MP Politics: दिग्विजय सिंह ने कहा- दोहरा मापदंड अपना रही है बीजेपी, एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया और ज्योतिरादित्य सिंधिया को नहीं
MP News : दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर हमला बोला. उन्होने मध्य प्रदेश में सरकार पलटने के बाद सिंधिया को मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर कहा कि यह बीजेपी का दोहरा मापदंड है.
गुना: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इस समय नगरीय निकाय चुनाव चल रहे हैं. राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए दमखम दिखा रहे हैं. प्रथम चरण का मतदान 6 जुलाई को होने जा रहा है. इसका प्रचार-प्रसार सोमवार को थम गया. प्रत्याशी अब घर-घर दे रहे हैं. सोमवार को प्रचार प्रसार थमने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने गुना नगर पालिका के 37 वार्डों के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा की.
कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर क्या आरोप लगाए
चुनावी सभाओं में दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर हमला बोला. उन्होने प्रदेश में सरकार पलटने के बाद सिंधिया को मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर कहा कि यह बीजेपी का दोहरा मापदंड है. दिग्विजय ने बारिश के बीच सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ग्वालियर- चंबल से चल रही है सरकार. विकास के नाम पर गरीबों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. बीजेपी बदले की कार्यवाई कर रही है जबकि मेरे कार्यकाल में ऐसा नहीं था. मैने हमेशा न्याय का रास्ता चुना है. मैंने कभी किसी को परेशान नही किया. अगर मेरे किसी खास व्यक्ति ने किसी को परेशान किया तो मैने उसको डाटा है. लेकिन मैंने किसी भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता को झूठा फंसाने का काम नहीं किया है. लेकिन आज कांग्रेस के लोगों को, गरीबों को परेशान किया जा रहा. झूठा फंसाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि आज मेरे पास पंचायत चुनाव को लेकर शिकायतें आ रही हैं. लोगों को परेशान किया जा रहा है, जेल में बंद करा देने की धमकी दी जा रही है. यह नही चलेगा. उन्होंने आगाह किया कि लोकतंत्र में कोई चीज स्थायी नहीं होती है. बदलाव होता है. नगर पालिका के चुनाव में आने वाले नतीजों से बदलाव होगा.
आदिवासी महिला को जलाने का मुद्दा उठाया
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले बमोरी में एक आदिवासी महिला को जलाया गया. वही कल दलित कांग्रेस प्रत्याशी पर जानलेवा हमला किया गया. मैं भी 10 साल मुख्यमंत्री और मंत्री रहा हूं. मेरे शासन में ऐसा गंदा नाच नहीं देखा गया. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी का मापदंड दोहरा है, मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गद्दारी की तो उन्हें मुख्यमंत्री पद नहीं मिला, वहीं महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने गद्दारी की तो उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया और मुख्यमंत्री पद के दावेदार को उपमुख्यमंत्री बना दिया.
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