(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: 2000 का नोट बंद करने को लेकर दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार को घेरा, कहा- नुकसान हुआ है इसलिए...
Digvijay Singh: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नोटबंदी को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने नोटबंदी के मामले में चार मुद्दे उठाकर केंद्र सरकार को घेरा.
Digvijay Singh On 2000 Note: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले अब नोटबंदी का मुद्दा राजनीतिक सुर्खियां बटोर रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) 4 बिंदुओं पर बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की. इस दौरान उन्होंने नोटबंदी की आड़ में भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए. दिग्विजय सिंह इन दिनों मध्य प्रदेश की उन विधानसभा सीटों पर भ्रमण कर रहे हैं जो कई बार से कांग्रेस हारती चली आई है. इसी कड़ी में वे देवास पहुंचे. उन्होंने देवास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि साल 2016 में यह बोलकर नोटबंदी की गई थी कि आतंकवाद, नकली नोट, कालाधन और भ्रष्टाचार जैसी समस्याएं खत्म हो जाएंगी, लेकिन 2000 के नोट की वजह से भ्रष्टाचार कम होने की बजाय और बढ़ गया. इसके अलावा आतंकवादी घटनाएं भी बढ़ती चली गई. उन्होंने कहा कि नकली नोट का गोरखधंधा भी बंद नहीं हुआ. नोटबंदी के बाद 80000 से अधिक 2000 के नकली नोट पकड़े गए जबकि 1 लाख 81 हजार 500 के नकली नोट जब्त किए गए. इसके अलावा काला धन भी विदेश से आने की वजह 32000 करोड़ रुपए स्विस बैंक में जमा हो गया.
नोटों पर खूब बोले दिग्विजय
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि पहले रेलवे से नोट का परिवहन होता था लेकिन अब कंटेनर से भेजे जा रहे हैं. इसके अलावा साल 2016 में नोटबंदी का फरमान सुनाए जाने के 4 दिन बाद तक नोट प्रेस में आदेश नहीं पहुंचा. इसी बीच नोटों की छपाई और कटाई का काम चलता रहा, जिसकी वजह से 300 करोड़ रुपए का कागज खराब हो गया. उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक कितने नोट डिस्ट्रॉय किए गए हैं? इसे लेकर भी सरकार की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2000 के साढ़े तीन लाख करोड के नोट अभी बाजार में है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदारों का कर्जा माफ
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में साल 2003 से बीजेपी की सरकार आई है जिसके बाद डंपर कांड, व्यापम घोटाला, पोषण आहार घोटाला, यूनिफॉर्म घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला हो चुका है. मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के रिश्तेदारों का कमलनाथ सरकार ने कर्ज माफ किया था, जिसकी सूचियों उनके पास है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी काफी सरल, इमानदार और साफ छवि के नेता थे. उनके पुत्र दीपक जोशी ने कांग्रेस में आकर पार्टी की कमी को पूरा किया है.