भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath)ने सेनाओं में भर्ती की योजना 'अग्निपथ' (Agnipath) को सेना और नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाला बताया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि युवाओं के देश सेवा के जज़्बे को पूरा न करने वाली यह अल्पसेवा और अल्पवेतन की भर्ती योजना है. इसमें 4–6 साल की सेवा के बाद युवाओं के भविष्य के लिए भी न्यून प्रावधान किए गए हैं. उन्होंने सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारी युवाओं से उग्र आंदोलन की जगह सत्याग्रह का रास्ता अपनाने की अपील की है.
कमलनाथ की मांग
कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखा, ''पूरे देश के साथ मध्य प्रदेश में भी युवा इसके खिलाफ हैं और विरोध-प्रदर्शन करते हुए आंदोलनरत हैं. मैं मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह करता हूं कि नौजवानों की मांग को लाठी और डंडे के दम पर कुचलने की कोशिश ना की जाए बल्कि युवाओं की भावनाओं को समझा जाए.
उन्होंने में लिखा है, ''प्रदेश सरकार को देश हित में नौजवानों के भविष्य के अधिकार को छीनने की बजाय केंद्र सरकार को इस आशय का प्रस्ताव भेजना चाहिए कि अग्निपथ योजना तत्काल वापस ली जाए. युवा साथियों से अपील है कि उग्र आंदोलन के स्थान पर सत्याग्रह का मार्ग चुने और दृढ़ता से अपनी मांगों के लिए डटे रहें.''
अग्निपथ का मध्य प्रदेश में विरोध
'अग्निपथ' योजना का मध्य प्रदेश में गुरुवार से ही विरोध हो रहा है. इसके विरोध में सबसे पहले ग्वालियर में सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवा सड़क पर उतरे और जाम लगाया था. इसके बाद इंदौर में भी युवाओं ने प्रदर्शन किया. शुक्रवार को इंदौर में युवाओं ने उग्र प्रदर्शन किया और ट्रेन रोकी. छात्रों ने पथराव भी किया. इसमें कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. इसमें पुलिस की गाड़ियां भी शामिल हैं. छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. पुलिस ने इंदौर में करीब 15 छात्रों को हिरासत में भी लिया है.
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