Raja Patria Bell Rejected: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने के मामले में पवई की अदालत ने कांग्रेस नेता और एमपी के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को बड़ा झटका दिया है. अदालत ने उनकी जमानत याचिका रद्द कर दी है, लेकिन उन्हें इस बात को काई मलाल नहीं है. अदालत का फैसला विरोध में आने के बावजदू वह विक्ट्री साइन दिखाते हुए कोर्ट परिसर से बाहर निकले.
इतना ही नहीं, कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है, इसलिए हमें जमानत याचिका खारिज होने का मलाल नहीं है. मैंने वो शब्द नहीं कहे थे। मैं महात्मा गांधी का अनुयायी हूं. इससे पहले 11 दिसंबर को उन्होंने एक सभा में कहा था - '"अगर लोकतंत्र को बचाना है तो मोदी की हत्या को तत्पर रहो।" विवाद बढ़ने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि मोदी की हत्या से मेरा मतलब उन्हें चुनाव में हराने से है। मीडिया ने इसे गलत तरीके से पेश किया है.
इससे पहले मंगलवार तड़के एमपी पुलिस ने पटेरिया को दमोह के हटा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस पटेरिया को JMFC कोर्ट पवई लेकर पहुंची जहां पवई की प्रथम श्रेणी न्यायालय ने पटेरिया की जमानत अर्जी खारिज कर दी। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इससे पहले मेडिकल चेकअप के लिए उन्हें पवई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई।
दरअसल, सोमवार को राजा पटेरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. उनके इस बयान की विरोधी दलों के नेता सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने सख्त शब्दों में निंदा की है. दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं के बयानों पर पलटवार करते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का पीएम नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश रचने वाले कांग्रेस नेता राजा पटेरिया का समर्थन करना दुर्भाग्यपूर्ण है! क्या गांधी परिवार के इशारे पर कोई बड़ी प्लानिंग की जा रही है? क्या पूरी कांग्रेस इसमें शामिल है? शर्मनाक!