Indore News: मध्य प्रदेश में इन दिनों नगरीय निकाय चुनावों को दौर है. प्रत्याशी तमाम तरह की गतिविधियों में व्यस्त हैं. उनके चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भी हो रहा है. इसके लिए पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं को बुला कर प्रत्याशी उनके हाथों से फीता कटवा कर कार्यालय का उद्घाटन करवा रहे हैं. इसी कड़ी में इंदौर के खजराना क्षेत्र के वार्ड 38 के कांग्रेस प्रत्याशी सोफिया अन्नू पटेल के कार्यालय का शुभारम्भ राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने फीता काटकर किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी बात की.
मीडिया से बात करते हुए राज्यसभा सांसद ने ये कहा
मंगलवार को एक दिवसीय इंदौर दौरे पर पहुंचे राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा कांग्रेस प्रत्याशी के कार्यक्रम में उपस्थित हुए. पार्टी कार्यालय के शुभारम्भ के बाद तन्खा ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि निगम चुनाव के दौरान मैं कई शहरों में जा रहा हूं. इस दौरान जिस तरह वहां का वतावरण दिखाई दे रहा है, उसे देख कर लगता है कि लोग 20 साल बाद अब बदलाव चाहते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से अचार संहिता के चलते कि जा रही घोषणाओं के बारे में किए गए सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें आश्चर्य होता है कि अचार संहिता के चलते सरकार नए-नए प्रोजेक्ट कि घोषणाएं कर रही है. उन्होंने चुनाव आयोग पर आश्चर्य जताते हुए कहा अभी तक मुख्यमंत्री को नोटिस क्यों नहीं दिया गया. राज्य सभा सांसद ने कहा कि सब जानते हैं कि नगर निकाय का चुनाव हो या सांसद का चुनाव, इस दौरान सरकार किसी भी तरह कि घोषणाएं नहीं कर सकती है. लेकिन शायद सरकार को कानून का ज्ञान नहीं है या ये सरकार कानून का सम्मान नहीं करती. राज्यसभा सांसद के अनुसार इतनी धांधली के बाद भी बीजेपी चुनाव हार रही है.
महाराष्ट्र राजनीती और राजस्थान हिंसा पर सांसद ने ये कहा
महाराष्ट्र के सियासी संग्राम पर उन्होंने कहा कि बागी विधायक शिवसेना के नाम पर चुनाव जीत कर आए थे. ये सारे नेता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर चुनाव जीते थे. उद्धव ठाकरे का नेतृत्व पसंद नहीं होने पर उन्होंने बागी शिवसेना विधायक को इस्तीफा देने और फिर से चुनाव जीत कर आने की बात की. बागी विधायकों के बारे में उन्होंने आगे कहा, ''आप बीजेपी के सहारे आसाम में छुप कर बैठे हो उनके पिट्ठू बन कर और उनके सहारे आप मुंबई आना चाहते हो और बदलाव लाना चाहते हो.''
जनप्रतिनिधियों के पेंशन त्याग करने कि उठ रही मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस दिन संसद में ये मांग की जाएगी, उसके साथ मैं खड़ा रहूंगा. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने राजनीति को पब्लिक सेवा बताते हुए कहा कि मैंने कभी भी राजनीती को धंधा नहीं समझा, लेकिन राजनीति अब धंधा बन चुकी है और धंधे के साथ ये सब चीजे आती हैं.
ओवेसी बीजेपी को जिताना चाहती है
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी कि पार्टी एआईएमआईएम के चुनाव मैदान में आने के सवाल पर तन्खा ने कहा कि ओवैसी का मकसद बीजेपी को जिताना होता है. उन्होंने कहा ओवेसी चुनाव जीत नहीं सकते इसलिए खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि बिहार हो या उत्तर प्रदेश किसी ने भी उन्हें वोट नहीं दिया क्योंकि लोग समझ गए हैं कि ओवैसी का साथ देकर बीजेपी को जिताना नहीं है.
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