Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाहा की एक अजब तस्वीर गुरुवार को पूरे दिन सोशल मीडिया पर वायरल होती रही. अजब सिंह कुशवाहा भोपाल में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से न केवल मुलाकात की बल्कि उनका पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया. उनके आते ही नरोत्तम मिश्रा ने तपाक से कहा, "ला भाई मिठाई खिलाओ, बड़ा काम करके आया है" तो अजब सिंह कुशवाहा उनके पैर छूते हुए कहते हैं कि,"नहीं सब आपका आशीर्वाद है." अब सवाल उठता है कि इस तस्वीर में अजब क्या है? अजब यह है कि अजब सिंह कुशवाहा मध्य प्रदेश की सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं और वे बीजेपी नेता और प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को अपनी विधायकी बचाने के लिए शुक्रिया कहते दिख रहे हैं. वैसे, यहां बता दें की पिछले महीने ग्वालियर के एमपी-एमएलए विशेष कोर्ट से जमीन फर्जीवाड़े के मामले में कुशवाहा को दो साल की सजा हो गई थी. 


वहीं सजा के बाद माना जा रहा था कि कुशवाहा की विधायकी अब चली जाएगी, लेकिन कुशवाहा जबलपुर हाई कोर्ट की दहलीज पर अपनी याचना लेकर पहुंचे और कोर्ट ने उनकी सजा पर फिलहाल रोक लगा दी है. इस मामले में उनकी पत्नी शीला कुशवाहा को भी दो साल की जेल की सजा मिली है, लेकिन हाई कोर्ट ने उन्हें कोई राहत नहीं दी है. इसका मतलब है कि अजब सिंह कुशवाहा की पत्नी शीला कुशवाहा को अब जेल जाना होगा. विधायक अजय सिंह कुशवाहा की तस्वीर इसलिए भी अहम है क्योंकि उन्होंने उपचुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास समर्थक ऐदल सिंह कंसाना को पराजित किया था. यहां बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायक ऐदल सिंह कंसाना के बीजेपी में शामिल होने के बाद नवंबर में 2020 में सुमावली में उपचुनाव हुआ था. इसमें कांग्रेस के उम्मीदवार अजब सिंह कुशवाह ने बीजेपी के ऐदल सिंह कंसाना को हरा दिया.





 अजब सिंह पर सरकारी जमीन बेचने का आरोप 
माना जा रहा है कि गृहमंत्री से अजब सिंह कुशवाहा के मुलाकात की तस्वीर यह ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थन ऐदल सिंह कंसाना के जले पर नमक छिड़कने जैसी है. चर्चा है कि अगला विधानसभा चुनाव अजब सिंह कुशवाहा सुमावली सीट से कमल के चुनाव चिन्ह पर भी लड़ सकते हैं. गौरतलब है कि विधायक बनने के बाद अजब सिंह कुशवाह कानूनी मुश्किलों में फंस गए थे. अजब सिंह पर सरकारी जमीन बेचने के आरोप लगे थे. इस मामले में उनके खिलाफ ग्वालियर के महाराजपुरा थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज हुई. आरोप लगाया गया कि विधायक ने सरकारी जमीन को लगभग 75 लाख में बेच दिया है. मामले में पुरुषोत्तम शाक्य ने आरोप लगाया कि विधायक अजब सिंह ने यह जमीन उन्हें बेची थी, मगर कब्जा नहीं मिला.


अजब सिंह को दो साल की सजा
बताया गया है कि इस मामले पर सुनवाई करते हुए ग्वालियर की एमपी-एमएलए विशेष न्यायालय ने विधायक अजब सिंह उनकी पत्नी शीला सिंह और एक अन्य को दो-दो साल की सजा सुनाई. नियमानुसार अगर किसी विधायक को दो साल या उससे अधिक की सजा हो जाती है तो उसकी विधानसभा से सदस्यता तो जाएगी ही साथ में वह छह साल तक चुनाव लड़ने के अयोग्य हो जाएगा. इस फैसले के बाद कांग्रेस विधायक की सदस्यता पर संकट मंडराने लगा था.



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