Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आने वाले मानसून को देखते हुए सोयाबीन की बोवनी की तैयारी चल रही है. इस बीच कांग्रेस (Congress) ने कहा है कि राज्य में अब तक बीज और खाद के दाम तय नहीं किए गए हैं. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को पत्र लिखकर कहा है कि कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले मध्य प्रदेश के किसान एक बार फिर आने वाले संकट को लेकर चिंतित हो रहे हैं. मानसून दस्तक देने वाला है. किसान सोयाबीन बोवनी की तैयारियों में जुटे हुए हैं, लेकिन आपकी सरकार ने अभी तक बीज के दाम तय नहीं किए हैं.


खाद और बीज की कालाबाजारी हुई शुरू


पटवारी ने कहा कि सोसायटियों पर उपलब्ध सुपरफास्फेट के दाम भी शासन स्तर पर अभी तक घोषित नहीं हो पाए हैं, इससे किसानों के सामने फिर दुविधा की स्थिति खड़ी हो गई है. चूंकि, हर साल की तरह इस बार भी सरकारी सिस्टम सो रहा है, इसलिए खाद और बीज की कालाबाजारी अभी से शुरू हो गई है. निजी कंपनियों ने बीज बाजार में उतार दिए हैं, उसे मनमाने दामों में बेचा भी जा रहा है.


किसान सरकार से कर रहे ये अपेक्षा 


उन्होंने पिछले साल के दामों का जिक्र करते हुए अपने पत्र में लिखा है कि पिछले साल सोयाबीन बीज के दाम करीब 7500 प्रति क्विटल तय किए थे, लेकिन निजी कंपनियों ने 10 से साढ़े 11 हजार रुपये प्रति क्विटल की दाम पर बीज बेचे थे. पटवारी का कहना है कि राज्य के किसान सरकार से यह अपेक्षा कर रहे हैं कि खाद-बीज के दामों को लेकर निर्णय जल्दी हो और सरकार सस्ते दामों पर बीज उपलब्ध करवाने का सार्थक प्रयास भी करे.


कांग्रेस नेता ने लिखा है कि मुख्यमंत्री, आप खुद को किसानों का बड़ा हितैषी बताते हैं, इसलिए आप यह भी बेहतर तरीके से समझ सकते हैं कि खेती की लागत लगातार बढ़ रही है, किसान निजी कंपनियों के चंगुल से निकल नहीं पा रहा है, सरकार केवल व्यवस्था सुधारने का झूठा वादा कर रही है.


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