Ujjain Congress Politice: आखिरकार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के उज्जैन दौरे से पहले ही शहर अध्यक्ष को हटा दिया गया है. शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा था जिसमें वे मुस्लिम समाज के नेताओं को उज्जैन से कांग्रेस द्वारा विधानसभा का टिकट नहीं दिए जाने के साथ-साथ कुछ नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे.


सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उज्जैन जिले की महिदपुर विधानसभा सीट से चुनावी शंखनाद कर रहे हैं. इसके पहले उज्जैन शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया को अचानक हटा दिया गया है. दरअसल कांग्रेस नेत्री नूरी खान पिछले दिनों 9 पार्षद और कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से विधानसभा टिकट की दावेदारी को लेकर मिली थी. इसी मामले में शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया ने कांग्रेस नेता मोती भाटी को फोन लगाकर नूरी खान के साथ भोपाल नहीं जाने की सलाह दी.


3 दिन में जवाब देने को कहा
इसके अलावा पूर्व विधायक डॉ बटुक शंकर जोशी को लेकर भी कुछ आपत्तिजनक बातें बोली. इस बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया, जिसके बाद कांग्रेस में घमासान मच गई. हालांकि पूरे ऑडियो को लेकर शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया ने अपनी आवाज होने से साफ इनकार कर दिया. इसी विवाद के बीच जब पूरा मामला मीडिया के माध्यम से उछला तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रवि भदौरिया को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब देने को कहा. इसके बाद एक और पत्र जारी हुआ, जिसमें शहर अध्यक्ष को सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया.


चुनावी साल में जोखिम नहीं उठाना चाहती है कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रवि भदौरिया को हटा दिया. इससे साफ संदेश दिया गया है कि चुनावी साल में किसी भी नेता की उलूल-जलूल बयान बाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कांग्रेस किसी भी नेता की व्यक्तिगत गलती के चलते चुनावी साल में कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहती है. 


पूर्व विधायक को भला बुरा कहा
कांग्रेस शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया का जो कथित ऑडियो वायरल हुआ था, उसमें उनके द्वारा उज्जैन धार्मिक नगरी में किसी भी मुस्लिम को विधानसभा टिकट नहीं दिए जाने के साथ-साथ कुछ वरिष्ठ नेताओं को आपत्तिजनक भाषा में बोला गया था. पूर्व विधायक डॉ बटुक शंकर जोशी के लिए भी अशोभनीय भाषा का उपयोग किया गया था. डॉक्टर जोशी ऐसे नेता है जो उज्जैन में तीन बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और एक बार विधायक भी रह चुके हैं. वे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के काफी करीबी नेता माने जाते हैं.


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