MP News: भिंड में कृषि विभाग के प्रभारी उपसंचालक शिवराज सिंह यादव पर भोपाल से निलंबन की गाज गिरी है. बीजेपी किसान मोर्चा के भिंड जिलाध्यक्ष की शिकायत पर कार्रवाई हुई. कृषि विभाग के उपसंचालक पर किसानों को भुगतान में लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप था. उनके खिलाफ एक दुकानदार से अवैध वसूली का वीडियो सामने आया था.


भिंड जिले में कृषि अधिकारियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली बीते एक साल से लगातार सामने आ रही है. बीते साल मेहगांव कृषि विभाग में पदस्थ सुरेश शर्मा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने दबोचा था. तीन महीने पहले मेहगांव कृषि विभाग में ट्रांसफर होकर आए अभिमन्यु पांडे रिश्वत लेते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे.


भ्रष्टाचार का अड्डा बना भिंड कृषि विभाग!


गोरमी कस्बे में दुकान को सील करने की धमकी देकर खाद दुकानदार से पांडे पर रिश्वत लेने का आरोप लगा था. सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद बाद कृषि सचिव ने अभिमन्यु पांडे को सस्पेंड कर दिया. रोन विकास खंड के कृषि विस्तार अधिकारी राकेश शर्मा गौरई कृषि विभाग ऑफिस से रात 12 बजे सरसों बीज चोरी का वीडियो वायरल हुआ था. राकेश शर्मा निजी कार से सरसों बीज चोरी कर ले जा रहे थे. वीडियो वायरल होने के बाद उनको भी सस्पेंड कर विभागीय जांच बैठायी गई थी.


अब सबसे बड़े कृषि अधिकारी निलंबित


अब जिले के सबसे बड़े कृषि अधिकारी कृषि उपसंचालक शिवराज सिंह यादव रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिए गए हैं. उनके खिलाफ सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद निलंबन की कार्रवाई की गई. निलंबन आदेश में जिक्र है कि उनके खिलाफ कार्रवाई बीजेपी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष विजय दैपुरिया की गई शिकायत पर की गई. शिकायत की जांच कलेक्टर ने करवाई थी. जांच में पाया गया है कि वर्ष 2020-21 में सामग्री वितरण, भुगतान में गंभीर वित्तीय अनियमितता, काम में उदासीनता और लापरवाही प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाई गई.




लिहाजा, निलंबन अवधि में शिवराज सिंह यादव मुख्यालय संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास, ग्वालियर संभाग ग्वालियर में अटैच रहेंगे. शिकायतकर्ता बीजेपी किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष विजय दैपुरिया ने बताया कि भिंड की जिम्मेदारी मिलने के बाद कई जगह किसानों ने बताया कि दो साल पहले प्रदर्शन किया गया था. मूंग की अनुदान राशि करीब 4500 रुपय पिछले दो वर्ष से लंबित है.


भिंड कृषि विभाग में पदस्थ प्रभारी उप संचालक शिवराज सिंह यादव ने कार्रवाई के सिलसिले में कहा कि जीडीए मुरैना की तरफ से जांच चल रही है. जीडीए मुरैना ने पल्ला झाड़ते हुए संबंध से इंकार किया. उन्होंने कहा कि किसानों की अनुदान राशि वितरण के लिए पहले ही भिंड उपसंचालक को पत्र लिए लिख चुके हैं. 


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