Singrauli News: अरविंद केजरीवाल दो जुलाई को 'आप' की मेयर प्रत्याशी रानी अग्रवाल के लिए करेंगे प्रचार, क्या बीजेपी-कांग्रेस की बढ़ेंगी मुश्किलें
MP News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली में आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी की मेयर उम्मीदवार रानी अग्रवाल के समर्थन में दो जुलाई को चुनाव प्रचार करेंगे.
Arvind Kejriwal to Campaign In Singrauli: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नगरीय निकाय चुनाव (MP Urban Body Election) में दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi CM) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal ) चुनाव प्रचार (Election Campaign) के लिए उतरने वाले हैं. केजरीवाल दो जुलाई को सिंगरौली (Singrauli) में चुनाव प्रचार करेंगे. आप (AAP) ने सिंगरौली के नगर निगम चुनाव (Singrauli Nagar Nigam Chunav) में मेयर (Mayor) पद के लिए रानी अग्रवाल (Rani Aggarwal) को उम्मीदवार बनाया है. केजरीवाल आप उम्मीदवार रानी अग्रवाल के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
सिंगरौली से बीजेपी (BJP) ने चंद्र प्रताप विश्वकर्मा (Chandra Pratap Vishwakarma) को मेयर उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी उम्मीदवार के लिए तीन जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इस बार सिंगरौली नगरीय निकाय चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा है. बीजेपी, कांग्रेस (Congress) और आप, तीनों पार्टियों के मेयर उम्मीदवार जनता के बीच लोकप्रिय बताए जा रहे हैं. तीनों दलों के स्टार प्रचारक मतदाताओं को लुभाने के लिए जोर लगा रहे हैं.
चुनाव में जातीय समीकरण का हो सकता है असर
चुनाव में जातीय समीकरण का असर देखा जा सकता है. सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं (Brahmin Voters) की संख्या सबसे ज्यादा- लगभग 37 हजार बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि ब्राह्मण मतदाता बीजेपी से खफा हैं. वे आप या कांग्रेस को वोट दे सकते हैं. हालांकि, विपक्ष के पास कोई बड़ा ब्राह्मण चेहरा नहीं है. ब्रह्मणों के अलावा बाकी सामान्य वर्ग का रुझान बीजेपी को ओर माना जा रहा है. कांग्रेस और बीजेपी नेताओं को आशंका है कि कहीं अरविंद केजरीवाल की सभा के बाद मतदाता उनसे प्रभावित न हो जाएं.
बता दें कि बीजेपी ने सिंगरौली नगर निगम के मेयर पद की अनारक्षित सीट पर प्रताप विश्वकर्मा को टिकट दिया है, जो कि ओबीसी (OBC) से आते हैं, इसे देखते हुए पार्टी के भीतर नाराजगी भी देखी जा रही है. बीजेपी से ब्राह्मण समुदाय के लोग भी खफा माने जा रहे हैं, इसलिए बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला (Rajendra Shukla) ब्राह्मण मतदाताओं के घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं.