आजकल सुर्खियों में चल रहे बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर सामने आए हैं. उन्होंने सनातन धर्म मानने वालों से अपील की है कि उन्हें अपनों में फूट नहीं पड़ने देनी है. इसके साथ ही उन्होंने पादरियों और मुल्ले-मौलवियों पर भी सवाल उठाए हैं.उन्होंने कहा कि जब पादरी और मौलवी उल्टी-सीधी बात करते हैं तो उन्हें अंधविश्वास नहीं कहा जाता है.
बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने
बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर विवाद देश में बढ़ता ही जा रहा है.एक वर्ग उनका विरोध कर रहा है तो दूसरा उनके समर्थन में उतर गया है.बागेश्वर धाम सरकार को लेकर सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों तक पर चर्चा का बाजार गर्म है.वहीं मध्य प्रदेश में बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं.विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने जहां प्रमाणपत्र मांग दिया है.वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बाबा के समर्थन में बयान दिया है.
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था,''जावरा टेकड़ी पर लोग नाचते कूदते हैं और ठीक होते हैं.वहां कोई प्रश्न चिन्ह नहीं लगता.बागेश्वर धाम सरकार पर उठे सवालों पर विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें अपने इष्ट पर विश्वास है. वे लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं.उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म के प्रति लोगों की अनास्था है, जिसके कारण इस तरह के प्रश्न उठा रहे हैं.
बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर आरोप
दरअसल बागेश्वर धाम सरकार पर महाराष्ट्र की अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया है. समिति ने उन्हें चुनौती दी है. इस पर बागेश्वर धाम सरकार ने अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव और उनके लोगों को रायपुर बुलाया है.उन्होंने कहा है कि यहां तक आने का टिकट भी वह खुद देंगे.
लोगों का मानना है कि बागेश्वर महाराज के सामने जाते ही वह लोगों के मन की बात जान जाते हैं. उनकी समस्याओं का निराकरण भी कर देते हैं.लोग उन्हें चमत्कारिक शक्ति से पूर्ण मानते हैं जबकि वह खुद इसे ईश्वर का आशीर्वाद और हनुमान जी की कृपा मानते हैं.
ये भी पढ़ें