धार: जिला पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के लिए निरंतर प्रयासरत है और इसके लिए हर दिन नई-नई तकनीक भी अपना रही है. इसी कड़ी में धार जिला पुलिस ने माय स्मार्ट ई- वेरिफिकेशन एप लॉन्च किया है. इस ऐप को लॉन्च करने के पीछे मकसद ये है कि मकानमालिक आसानी से अपने किराएदारों की जानकारी पुलिस को दे सकें.इस ऐप के इस्तेमाल के लिए सबसे पहले मकान मालिकों को इसे डाउनलोड करना होगा. इसके बाद संबंधित थाना क्षेत्र सिलेक्ट कर किराएदारों व काम को लेकर बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों के डॉक्यूमेंट्स सीधे ऐप पर अपलोड किए जा सकते हैं. इस ऐप के जरिए मकान मालिक किराएदार की फोटो, पहचान पत्र व अन्य जानकरी भरकर पुलिस को दे सकेंगे.
एसपी ने बताई ऐप लॉन्च करने की वजह
बता दें कि पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह द्वारा मंगलवार को एसपी कार्यालय सभाकक्ष में इस ऐप को लॉन्च किया गया था. इस मौके पर एएसपी देवेंद्र पाटीदार, उप पुलिस अधीक्षक मोनिका सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे हैं. ऐप लॉन्च करने के बाद एसपी ने जानकारी दी कि धार जिले से लगे हुए सबसे बड़े इंडस्ट्रियल एरिया पीथमपुर में बाहरी श्रमिकों की आवाजाही निरंतर रहती है. ऐसे में उनकी जानकारी जुटाना पुलिस के लिए काफी मुश्किल होता है. एसपी ने कहा कि आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त लोग भी यहां किराएदार बनकर या श्रमिक बनकर छिपते हैं. ऐसे में इन लोगों की पहचान हो सके इसी के लिए इस ऐप को लॉन्च किया गया है. इस ऐप के जरिए मकानमालिक अपने किराएदारों की जानकारी पुलिस को दे सकते हैं. ऐसा होने से जिले में आपराधिक घटनाओं को रोकने में काफी मदद मिलेगी.
पूरे जिले में दो कंट्रोलरूम बनाए जाएंगे
एसपी ने बताया कि पूरे जिले में दो कंट्रोलरूम बनाए जाएंगे. इन कंट्रोल रूम में ऐप के जरिए मिले डॉक्यूमेंट्स का सत्यापन कर उसे रिकॉर्ड के रूप में संबंधित थानों में रखने के लिए भेजा जाएगा. गौरतलब है कि इस ऐप को सेफ्टी फर्स्ट एजेंसी ने पुलिस के लिए निशुल्क तैयार किया है. वहीं बता दें कि ऐप के जरिए किराएदारों का डाटा एकत्र करने का नवाचार सिर्फ धार में शुरू हुआ है. इस लिहाज से धार इस नावाचार वाला प्रदेश का पहला जिला बन गया है.
ये भी पढ़ें