Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव दिलचस्प बनता जा रहा है. कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए दमखम लगा रही है. चुनाव प्रचार के लिये मैदान में खुद कद्दावर नेता उतरे हुए हैं. एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीडी शर्मा सहित तमाम बीजेपी के मंत्री संगठन के पदाधिकारी क्षेत्र में चुनाव को लेकर सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. वही कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस भी सक्रिय है क्योंकि इनको 2023 का आने वाला विधानसभा चुनाव दिखाई दे रहा है. इसी बीच आज मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बीजेपी द्वारा आपराधिक पृष्ठ भूमि के पार्षद प्रत्याशियों के टिकट काटे जाने की बात को कोरा स्वांग बताते हुए जमकर पलटवार किया है.
बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष पर लगाया ये आरोप
उन्होंने कहा कि पिछले 2-3 दिनों से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बयान देकर जनता को ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि आदतन अपराधियों की बीजेपी में जगह नही है. जबकि पन्ना नगर पालिका के वार्ड 12 से प्रत्याशी कीर्ति त्रिवेदी बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष अंकुर त्रिवेदी की पत्नी हैं. यह वही जिला है जहां से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा स्वयं सांसद हैं. अंकुर त्रिवेदी पर तो दर्जनों से ज्यादा मुकद्दमे दर्ज हैं. वहीं अंकुर त्रिवेदी के पिता अवधेश त्रिवेदी ऊर्फ खुन्ना महाराज पर पन्ना के कोतवाली और मंडला थाना क्षेत्रों में ढेरों मामले दर्ज हैं. ऐसे प्रकरणों की संख्या 50 से ऊपर बताई गई है.
अंकुर त्रिवेदी के पिता पर लगाया ये आरोप
खुन्ना महाराज पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून NSA जैसे गंभीर मामले भी दर्ज हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के प्रभाव से कीर्ति त्रिवेदी की टिकट काटने में बीजेपी असमर्थ नजर आ रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसी मामले में पन्ना जिले की पूर्व अध्यक्ष दिव्या रानी सिंह ने बीजेपी के दोहरे मापदंड को लेकर सोशल मीडिया पर बीडी शर्मा के बयान जिसमें अंकुर त्रिवेदी व खून्ना महाराज के ऊपर दर्ज प्रकरण के पहले से वायरल पीडीएफ फाईल को शेयर किया. इस बात से गुस्सा होकर वार्ड 12 की बीजेपी पार्षद प्रत्याशी कीर्ति त्रिवेदी ने दिव्या रानी सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी.
बीडी शर्मा को लेकर ये कहा
जिसमें खुन्ना महाराज के खिलाफ प्रकरण की जो पीडीएफ वायरल की गई हैं उसमें बिंदु क्र. 17 में दर्शाई गई धारा उन पर नही लगी है और जानकारी भ्रामक व असत्य है. इस तरह से कीर्ति त्रिवेदी ने बिंदु 17 को छोड़कर अपने पति अंकुर त्रिवेदी और ससुर खुन्ना महाराज पर दर्ज सभी प्रकरणों पर एक प्रकार से सहमति जताई है और खुन्ना महाराज पर 10 प्रकरणों की इस वायरल लिस्ट में एनएसए का गंभीर प्रकरण का भी जिक्र है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बतौर बीडी शर्मा, प्रत्याशी के किसी भी परिजन पर मामला दर्ज होने पर बीजेपी से चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा फिर कुख्यात अपराधी खुन्ना महाराज की बहू व भू माफिया अंकुर त्रिवेदी की पत्नी कीर्ति त्रिवेदी को चुनाव लड़ाना बीजेपी की कौन सी मजबूरी है.
बीडी शर्मा का दोहरा मापदंड
दिग्विजय सिंह ने कहा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा यह दोहरा मापदंड अपने किस राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीडी शर्मा ने बीजेपी सरकार के एक मंत्री के गुंडा व अपराधी प्रेम को उजागर करते हुए उनके समर्थकों के टिकट काटकर अच्छा संदेश देने का प्रयास किया है. फिर वे पन्ना में आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले भूमाफिया अंकुर त्रिवेदी की टिकट काटने का अवसर कैसे चूक गए? आखिर बीडी शर्मा की इन आपराधिक पृष्ठ भूमि के प्रत्याशी पर मेहरबानी क्यों है? क्या बीडी शर्मा ऐसे तत्वों को अपने चुनाव के लिए तैयार कर रहे हैं?
कहा जनता देख रही बीजेपी का चरित्र
इंदौर के बड़े बीजेपी नेता के समर्थक का टिकट काटने में बीडी शर्मा ने जरा भी देर नहीं लगाई. फिर पन्ना में बीजेपी की राजनैतिक शुचिता वाले पैमाने कमजोर क्यों पड़ गए. बीडी शर्मा द्वारा जिस तरह से पन्ना में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है. उससे बीजेपी का चाल, चरित्र, चेहरा खुलकर सामने आ गया है. यदि पन्ना के वार्ड 12 से कीर्ति त्रिवेदी की टिकट यथावत रहती है तो बीजेपी की आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को चुनाव नहीं लड़ने देने की बात झूठी साबित होगी.