Ratapani Century: रातापानी सेंचुरी में पर्यटकों के लिए जंगल सफारी के एहसास को और बेहतर बनाने के लिए वन विभाग द्वारा वहां आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवों को खाली कराया जा रहा है. फिलहाल एक गांव को खाली कराया जा चुका है जबकि दो अन्य गांवों को खाली कराने की तैयारियां जोरों पर हैं. गांव खाली कराने के लिए ग्रामीणों को 15-15 लाख रुपए का लालच दिया जा रहा है. विभाग के मुताबिक 97 प्रतिशत ग्रामीणों ने अपने घर-गांव को खाली करने की सहमति दे दी है जबकि तीन प्रतिशत ग्रामीणों को मनाने के लिए विभाग प्रयासरत है.
 
ग्रासलैंड बनाने के लिए गांव कराए जा रहे खाली
औबेदुल्लागंज वन डिवीजन के मुताबिक रातापानी सेंचुरी में ग्रास लैंड बनाने के लिए प्रबंधन ने सेंचुरी के अंदर स्थित आठ ग्राम को विस्थापित करने की योजना बनाई है. इनमें से नीलगढ़ और धुनवानी वनग्राम के विस्थापन की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है. नीलगढ़ में 65 परिवारों में 110 सदस्य जबकि धुनवानी में 67 परिवारों में 107 सदस्य हैं. परिवारों की प्रत्येक यूनिट को विस्थपित होने पर 15 लाख रुपए दिया जा रहा है, वहीं ग्राम जैतपुरी सजोली में तीन प्रतिशत वन ग्रामवासी शिफ्टिंग का विरोध भी कर रहे हैं. हालांकि शेष 97 प्रतिशत लोगों ने विस्थापन के लिए सहमति दी है. पूर्व में विस्थापित किए गए गांव दांतखोह में भी ग्रासलैंड तैयार किया जा रहा है.

  
सीहोर-रायसेन के जंगल होंगे शामिल
औबेदुल्लागंज वन डिवीजन के अनुसार रातापानी सेंचुरी में बाघ तो बढ़े हैं लेकिन वन अमला और संसाधन सीमित हैं. ऐसे में बाघों के भोजन मैनेजमेंट के लिए ग्रासलैंड तैयार किया जा रहा है. नीलगढ़ और धुनवानी शिफ्ट होने के बाद इन इलाकों को बाघों के कोर एरिया के रूप में तैयार किया जाएगा. गांवों की शिफ्टिंग के साथ सीहोर, रायसेन के जंगल को भी सेंचुरी में शामिल किया जाना है.
 
विरोध में तीन प्रतिशत ग्रामीण 
बताया जा रहा है कि अपने घर और गांव से लगाव कर चुके ग्रामीण अपना गांव खाली नहीं करना चाहते, उन्हें 15-15 लाख रुपए का लालच भी नहीं है. औबेदुल्लागंज वन डिवीजन के डीएफओ विजय कुमार के अनुसार रातापानी सेंचुरी के वन ग्रामों को शिफ्ट किया जा रहा है. दोनों ही वन ग्राम है. राजस्व गांव के ग्रामीणों से भी सहमति पत्र ले रहे हैं. 97 प्रतिशत परिवारों ने अपनी सहमति दे दी है. तीन प्रतिशत को मनाने की कोशिश की जा रही है. 


रातापानी सेंचुरी में 32 गांव
बताया जा रहा है कि रातापानी सेंचुरी में कुल 32 गांव हैं, इनमें 29 राजस्व  और तीन वन ग्राम है. विभाग की योजना है यहां से नौ गांवों को शिफ्ट करने की है. फिलहाल विभाग द्वारा एक गांव को शिफ्ट कर दिया गया है, दो गांवों की प्लानिंग है, भविष्य में 6 गांवों और शिफ्ट किए जाएंगे.


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