सागर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत चलाए जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान में में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. सागर (Sagar) के एक स्कूल में 41 बच्चों को एक ही सिरिंज से टीका लगा दिया गया. इस मामले में सागर संभाग के कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने जिला टीकाकरण अधिकारी को निलंबित कर दिया गया. जांच में उन्हें दोषी पाया गया है. वहीं टीका लगाने वाले वेक्सीनेटर पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. जिला प्रशासन ने गुरुवार को उन बच्चों की जांच कराई, जिन्हें एक ही सिरिंज से टीका लगाया गया था.
संभाग आयुक्त ने क्या की है कार्रवाई
इस मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद सागर के कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने टीकाकरण अभियान में लापरवाही बरतने के आरोप में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर एसआर रोशन को निलंबित कर दिया है. उन पर आरोप लगाया गया है कि जिला टीकाकरण अधिकारी ने टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया और टीकाकरण अभियान में घोर लापरवाही बरती. कमिश्नर ने लिखा है कि जिला टीकाकरण अधिकारी ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम का निरीक्षण और पर्यवेक्षण नहीं किया. उनका अपने अधीनस्थों पर कोई नियंत्रण नहीं है.
यह मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन बच्चों की तलाश शुरू की, जिन्हें एक ही सिरिंज से टीका लगाया गया था. बच्चों के ब्लड सैंपल लिए गए. गुरुवार को जैन स्कूल में परिजनों और बच्चों को बुलाया गया. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एमएल जैन ने बताया कि अभी कुल 41 बच्चों का परीक्षण किया गया है. सभी सुरक्षित हैं. इनके सीबीसी और हेपिटाटिस बी के टेस्ट कराए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
सागर के जैन पब्लिक स्कूल में बुधवार को स्कूली बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कैंप लगाया गया था. इसमें स्वास्थ्य विभाग ने निजी कॉलेज नर्सिंग कॉलेज में अध्ययनरत नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी लगई थी. छात्रों को जितेंद्र राज नाम के थर्ड ईयर के छात्र ने टीका लगाना शुरू किया. एक के बाद एक उसने करीब 30 बच्चों को एक ही सीरिंज से कोविड की वैक्सीन लगा दी. इसका पत तब चला जब एक छात्रा के पिता की नजर उस पर पडी. इसके बाद स्कूल में हंगामा हो गया. टीका लगाने वाले छात्र को घटना के बाद भगा दिया गया.
छात्रा के पिता ने की शिकायत
जैन पब्लिक स्कूल में पढने वाली छात्रा के पिता दिनेश नामदेव ने बताया कि जब उन्होंने यह लापरवाही पकड़ी तो वैक्सीन लगाने वाले से पूछताछ की. उसने बताया कि एचओडी सर ने कहा है कि एक ही सिरिंज से सबको वैक्सीन लगाना है. उनका कहना था कि यदि बच्चों को कुछ होता है तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी. प्रभारी कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ डीके गोस्वामी को मौके पर भेजा. उन्होंने अपनी टीम के साथ वैक्सीनेशन स्थल का निरीक्षण किया. इसमें घटना सही पाई गई. इसके बाद प्रशासन ने वेक्सीनेटर पर एफआईआर दर्ज कराई गई.
वहीं नर्सिंग छात्र जितेंद्र राज से जब पत्रकारों ने पूछा तो उसने साफ-साफ कहा कि उसे कॉलेज के एचओडी सर कार से लेकर गए थे, उन्होंने एक ही सिरिंज दी थी, इसलिए सभी बच्चों को एक ही सिरिंज से टीका लगाया.
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