Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (MP) में लगातार बारिश (Rain) का कहर बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के 34 जिलों में लगातार 13 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश (Torrential Rains) से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. निचली बस्तियों में जलभराव (Water Logging) हो गया है. बारिश के चलते नदी और नाले उफान पर हैं. भारी बारिश की वजह से नर्मदा (Narmada River) और बेतवा नदी (Betwa River) के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट (Alert) किया गया है. बारिश के कारण नर्मदा, बेतवा और तवा डैम का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. 


मौसम वैज्ञानिक ने यह कहा


मौसम वैज्ञानिक एमएस तोमर ने बताया कि उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में ओडिशा पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है. हवा के ऊपरी भाग में सात किलोमीटर ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है, जिसके 48 घंटे में और गहरा होने की संभावना है. पूर्वी और पश्चिमी का हवा का संगम मध्य प्रदेश की सीमा में महाराष्ट्र के करीब हो रहा है. गुजरात से कर्नाटक ही है, जहां ऑफ लाइन बनी हुई है, जिससे मध्य प्रदेश में भारी बारिश हो रही है. 


सीहोर में बारिश से ये बड़ा नुकसान


भोपाल, नर्मदापुरम और विदिशा संभाग सहित कई जिलों में आज भी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी है. प्रदेश के सीहोर जिले में सुबह 4:00 बजे से बारिश हो रही है, जिससे कई ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूट गए.कई जगह नदी और नाले उफान पर आने से घरों में पानी भरा गया है. नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. सीहोर जिले के नसरुल्लागंज क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के चलते कई घरों में पानी भरा गया है. जरूरत के सामान पानी में भीग गए हैं.


यह भी पढ़ें- MP Weather Forecast: मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश से नदियां उफान पर, फसलों को हुआ नुकसान, जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान


यहां अस्पताल, सड़क और घरों में भरा पानी


नसरुल्लागंज में डेढ़ घंटे की मूसलाधार बारिश ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख दी. सड़कों और अस्पताल समेत रहवासियों के घरों में पानी घुस गया, इससे लोग गुस्से में और परेशान हैं. वहीं, वार्ड क्रमांक आठ रॉयल मार्केट में कई घरों में पानी घुस चुका है. लोगों के जरूरत के सामान भी पानी में भीग गए हैं. दाना बाबा चौराहा, बस स्टैंड, शास्त्री कॉलोनी, बजरंग कुटी, वार्ड क्रमांक तीन, पक्का कुआं सहित अनेक स्थानों पर जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है.



 


गुस्साए लोगों ने यह कहा


अरेरा कॉलोनी में रहने वाले महेश अग्रवाल और मोनू सोनी ने बताया कि इतिहास में पहली बार उनके घर में पानी घुसा है, इसका मुख्य कारण है कि नागपाल कंपनी के द्वारा नसरुल्लागंज में एनडीआरएफ वन के तहत नाला निर्माण किया जा रहा है, जो अधूरा पड़ा है और कार्य के दौरान नाले में जो मलबा पड़ा था, देवी निर्माण एजेंसी के द्वारा उसे नहीं हटाया गया है. प्रशासन इस लापरवाही में निर्माण एजेंसी के साथ बराबर का भागीदार है क्योंकि वर्षा ऋतु से पूर्व प्रशासन ने निर्माण एजेंसी से मलवा नहीं हटवाया. रहवासियों में सत्ताधारी पार्टी के विरुद्ध भी काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है.


यह भी पढ़ें- Jabalpur News: जबलपुर में 500 करोड़ की जमीन को लेकर रेलवे और जिला प्रशासन आमने-सामने, दोनों पक्ष इस तरह से जता रहे हैं दावा