Madhya Pradesh Ratlam Dussehra: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रतलाम (Ratlam) जिले के चिकलाना गांव में वर्षों से चली आ रही परंपरा के मुताबिक हर वर्ष चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) के बाद दशहरे (Dussehra) के दिन पहले पूरे आयोजन होते हैं फिर रावण (Ravana) की नाक काटकर वध किया जाता हैं. खास बात ये है कि, गांव के हिन्दू मुस्लिम मिलकर इस परंपरा को निभाते आए हैं. रावण की नाक काटने की परंपरा को यहां के लोग अनूठे तरीके से पूरा किया जाता है, जिसे देखने आसपास के गांव और अन्य जिलों के लोग भी आते हैं. 


बनाई जाती हैं 2 सेनाएं 
चिकलाना गांव में चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों तक धार्मिक आयोजन होते है और 10वें दिन रावण का वध करने से पहले अलग-अलग 2 सेनाएं बनाई जाती हैं. एक राम सेना होती है और दूसरी रावण सेना. रावण और राम की सेना के बीच जुबानी युद्ध होता है, एक दूसरे पर कटाक्ष किए जाते हैं. रावण की प्रतिमा के साथ खड़े लोग रावण की जयकार करते हुए सामने राम की सेना को ललकारने वाली टिप्पणियां करते हैं. दूसरी तरफ खड़ी राम की सेना के पक्ष से लोग जवाबी हमला करते हैं. दोनों तरफ से बयानबाजी के बीच राम सेना के हनुमान जी रावण की नाक काटते हैं. इसके बाद नाभि पर भाले से वार कर रावण का वध किया जाता है. 


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हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल
रतलाम के चिकलाना गांव में हिन्दू मुस्लिम मिलकर दशहरा मनाते हैं. परंपरा का निर्वाह करने में हिन्दू ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी साथ में मिलकर इस भव्य आयोजन में साथ तैयारी करते हैं. साथ ही रावण और राम की सेना में शामिल भी होते हैं. आपसी सौहार्द के साथ इस परंपरा का हिन्दू मुस्लिम दोनों समाज के लोग मिलकर सालों से निर्वाह करते आ रहे हैं. ये गांव हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश करता हैं.


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