Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार राजधानी भोपाल (Bhopal) में नवाचार करने जा रही है. लोगों की सुविधाओं को देखते हुए अब शहर में इलेक्ट्रॉनिक बाइक दौड़ाने की तैयारी कर रही है. मध्य प्रदेश सरकार परिवहन सेवा को बढ़ाने की दिशा में और शहर को सुंदर स्वच्छ पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने को लेकर इलेक्ट्रॉनिक बाइक चलाने की तैयारी पूरी कर ली है . भोपाल के आईएसबीटी में 50 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक बाइक स्टेशन पर आकर खड़ी हो गई हैं, जिनको अब स्मार्ट सिटी कंपनी जल्द शुरु करने जा रही है.


स्मार्ट सिटी की इस पहल से लोगों में खुशी का माहौल है जल्दी इन इलेक्ट्रॉनिक बाइकों के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं. स्मार्ट सिटी कंपनी के इस नवाचार में चार्टर्ड कंपनी ने हाथ मिलाया है और अनुबंध किया है. इसके तहत चार्टर्ड कंपनी ने पीपीपी मोड पर शहर में 1000 इलेक्ट्रॉनिक बाइक का संचालन करने का लक्ष्य तय किया है. पहले चरण में कंपनी ने 50 इलेक्ट्रॉनिक बाइक की आपूर्ति कर दी है. जैसे ही यह नवाचार सक्सेस होता है तो बाकी बाइकों को जल्दी भोपाल शहर में अन्य जगहों पर उतार दिया जाएगा.


पहले चरण में 50 बाइक आई शहर में
स्मार्ट सिटी कंपनी की सीईओ अंकिता अस्थाना ने बातचीत में बताया कि पीपीपी मोड पर चार्टर्ड कंपनी के साथ एक अनुबंध हुआ है, जो इलेक्ट्रॉनिक बाइकों को भोपाल शहर में सड़कों पर उतारने का प्लान है. इसके तहत 50 बाइक आ गई हैं जिनको हम जल्दी चलाने की तैयारी कर रहे हैं. भोपाल शहर के 200 स्टेशन स्मार्ट सिटी कंपनी के शहर के विभिन्न स्थानों पर इलेक्ट्रिक बाइक के लिए बनाएं जाएंगे. इन स्टेशनों के साथ-साथ अन्य जगह स्टेशनों पर चार्जिंग प्वाइंट भी बनाए जाएंगे, जहां पर इन बाइकों को चार्ज किया जा सकेगा.


अभी किराया तय नहीं
अंकिता अस्थाना ने यह भी बताया कि यह बाइक एक बार 40 किलोमीटर तक चलेंगी. स्टेशनों पर चार्ज होने के बाद ही यह बाइक भोपाल शहर की सड़कों पर दौड़ेगी किसी को कोलार से न्यू मार्केट आना है, तो वह स्टेशन से बाइक लेकर न्यू मार्केट तक पहुंच जाएगा. वहां स्टेशन पर इस बाइक को रख देगा . वहां से फिर दूसरी बाइक भी ले सकता है. इन बाइकों के लिए 120 स्टेशन बनाया जा रहा है, जहां पर चार्ज भी किया जा सकेगा. इन बाइकों का किराया भी प्रति घंटे के हिसाब से लिया जाएगा. फिलहाल, अभी इनका किराया तय नहीं किया गया है.


मोबाइल से संचालित होगा पूरा सिस्टम
इलेक्ट्रिक बाइक की मॉनिटरिंग जीआईएस प्रणाली से की जाएगी. स्टैंड पर बाइक लॉक व अनलॉक सिस्टम होगा. इसके लिए एडवांस पेमेंट भी लिया जाएगा. ई-बाइक को स्टैंड से लॉक-अनलॉक करने का पूरा सिस्टम मोबाइल एप के जरिये संचालित होगा. मोबाइल नंबरों पर कोड आएगा उसे डालने पर भी ई-बाइक स्टैंड पर अनलॉक हो जाएगा.



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