इंदौर: नगर निगम (Municipal Corporation) के उपायुक्त के निजी सहायक और नगर निगम में दरोगा के पद पर पदस्थ अधिकारी के ठिकानों पर आर्थिक अपराध शाखा (Economic offences Wing) ने मंगलवार को छापा मारा. इस कार्रवाई में अधिकारी के यहां से करोडों रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज और सोने-चांदी के आभूषण मिले हैं. छापे की कार्रवाई अभी भी जारी है. अधिकारियों के मुताबिक इस अधिकारी के खिलाफ एक ठेकेदार ने शिकायत की थी.
किसके शिकायत पर हुई कार्रवाई
नगर निगम में दरोगा मुकेश पांडे के तीन ठिकानों पर आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने मंगलवार सुबह 6 बजे छापा मारा. आर्थिक अपराध शाखा की टीम में 50 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे. छापे की कार्रवाई के दौरान करोडों रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज के साथ-साथ सोने-चांदी के आभूषण मिले हैं. आर्थिक अपराध शाखा की इस कार्रवाई की निगरानी एसपी धनंजय शाह कर रहे हैं. आर्थिक अपराध शाखा की कार्रवाई समाचार लिखे जाने तक जारी थी. अधिकारियों ने अभी छापे में बरामद संपत्ति का आकलन नहीं किया है.
कबसे नौकरी कर रहा है आरोपी दरोगा
मुकेश पांडे 1996 से नौकरी कर रहे हैं. वो निगम के कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं. वो फिलहाल निगम में राजस्व विभाग में पदस्थ हैं. नौकरी से हुई उनकी आय करीब 50 लाख है. लेकिन उनके घर से करोडों रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं.
एसपी धनंजय शाह के अनुसार मुकेश पांडे के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी कई शिकायतें उच्च अधिकारियों के पास आई थीं. कुछ दिन पूर्व एक ठेकेदार ने लोकायुक्त और ईओडब्लू को इसकी शिकायत की थी. इसके बाद ईओडब्लू ने जानकारी जुटाकर छापेमारी की यह कार्रवाई की है.
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