MP News: पर्यटकों के बाद बालीवुड भी अपना भविष्य इंदौर की गलियों में तलाश रहा है. इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा फिल्म वितरक केंद्र और सिने गतिविधियों का हब माना जाता है. प्राकृतिक और नैसर्गिक सुंदरता को समेटे मालवांचल फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद रहा है. इंदौर और महेश्वर में इस साल कई फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग की गई है.
आने वाले समय में बॉलीवुड कलाकारों के साथ साथ स्थानीय कलाकार भी प्रमुख लोकेशन को शूट करते हुए नजर आएंगे. मायानगरी मुंबई से सीधा जुड़ाव होने के चलते इंदौर सिने सर्किट एसोसिएशन से लेकर फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन और प्रदर्शन की गतिविधियां चरम पर रही हैं. अब तक कई फिल्में प्रदेश की खूबसूरत लोकेशन पर शूट की जा चुकी हैं.
मध्यप्रदेश में 100 से ज्यादा हो चुकी है फिल्मों की शूटिंग
हाल ही में विक्की कौशल और सारा अली खान की फिल्म लुका छिपी 2 की शूटिंग लंबे समय तक चली. रवि यादव की 'हरिओम' की शूटिंग इंदौर में हुई. 'सिंह साब द ग्रेट', 'पंगा' जैसी फिल्मों के दृश्य भोपाल और इंदौर में फिल्माए गए. वर्तमान में एक वेब सीरीज की शूटिंग शहर के अलग अलग जगहों पर की जा रही है. शहर में कैमरे के सामने कलाकारों को अभिनय करते हुए देखा जा सकता है. इंदौर सहित मध्यप्रदेश में अभी तक 100 से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है.
मध्यप्रदेश में खरगोन का महेश्वर किला, धार का मांडव, चंबल का बीहड़, नरसिंहगढ़, शिवपुरी सहित इंदौर का डेली कॉलेज, राजवाड़ा, लालबाग, गांधी हाल, बोलिया सरकार की छतरिया सहित काफी चर्चित लोकेशन हैं. इसी साल राजकुमार संतोषी के निर्देशन में गांधी वर्सेस गोडसे शूट की गई है. नवाजुद्दीन और अवनीत कौर की फिल्म टिक्कू वेट शेरू, गौहर खान की वेब सीरीज शिक्षा मंडल, वेब सीरीज महारानी-2, सेल्फी फिल्म में भोपाल और आसपास के लोकेशन फिल्माए गए हैं.
फिल्म समारोह में दूसरी बार मोस्ट फ्रेंडली स्टेट का तमगा
विभिन्न जिलों की खूबसूरती के कारण 68वें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में मध्यप्रदेश ने दूसरी बार मोस्ट फ्रेंडली स्टेट का खिताब हासिल किया. मध्य प्रदेश में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 2019 में पॉलिसी जारी की है. फिल्म नीति के कारण फिल्म निर्माताओं का रुझान मध्य प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है. मध्यप्रदेश में फिल्मों की शूटिंग पर पांच श्रेणियों की सब्सिडी दी जा रही है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय फिल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरीज, डॉक्यूमेंट्री के लिए अनुदान का प्रावधान भी रखा गया है.
फिल्मों में राज्य के स्थानीय कलाकारों को लेने पर अतिरिक्त सब्सिडी देने का प्रावधान है. मध्यप्रदेश की फिल्म नीति में फिल्म सिटी, स्टूडियो, कौशल विकास केंद्र स्थापित करने, निजी निवेश को प्रोत्साहन और भूमि देने का भी प्रावधान शामिल है. बता दें कि अब तक इंदौर सहित प्रदेश में अशोका, यमला पगला दीवाना, दबंग 2, पेडमेन जैसी फिल्में नर्मदा और महेश्वर की खूबसूरत लोकेशन पर फिल्माई गई हैं. बीते कुछ वर्षों में फिल्मों के साथ अनेक वेब सीरीज भी इंदौर में शूट हो चुका है. फिल्मों की शूटिंग का सफर आगे भी जारी रहने की संभावना है. आनेवाले दिनों में इंदौर के धरोहर रुपहले पर्दे पर और ज्यादा देखने को मिलेंगे.