Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इससे भारी नुकसान हुआ है. नदी, नाले और बांध लबालब भरा गए हैं. वे ओवरफ्लो हो रहे हैं. इसकी वजह मध्य प्रदेश में गुजर रही मानसून दोणिका है. इसके साथ ही राजस्थान में सिस्टम भी बने हुए हैं. मौसम वैज्ञानिक एमएस तोमर ने बताया कि द्वोणिका के हिमालय की ओर बढ़ने की संभावना है. ऐसे में 27 जुलाई से तेज बारिश के क्रम में कमी आ सकती है. हालांकि गरज चमक के साथ हल्की और मध्यम बारिश का क्रम फिलहाल जारी रहने की संभावना है.
खोले गए बांधों के गेट
भोपाल (Bhopal) सहित आसपास के इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है. विशेषकर नर्मदापुरम संभाग में बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. नर्मदा अंचल क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण तवा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे तवा डैम सहित अन्य बांधों के गेट खोल दिए गए हैं. इस वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. कई जगह बंधों के गेट खुलने के कारण समस्या पैदा हो गई थी. निचली बस्ती और शहरी इलाकों में पानी भर जाने की समस्या बढ़ गई थी. पानी उतर जाने के बाद इससे हुआ नुकसान दिखाई देने लगा है.
24 घंटे में भारी बारिश
वहीं अभी तक मध्य प्रदेश के कई इलाकों में जुलाई माह के हिसाब से सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है. इस वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग ने बताया है कि 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है. भोपाल, जबलपुर और नर्मदापुरम संभागों के जिलों और रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, शिवपुरी, ग्वालियर, सागर, दमोह, पन्ना, अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान है.