Uma Bharti: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने एक बार फिर शराबबंदी (prohibition) पर खुलकर बोला है. उन्होंने जनप्रतिनिधियों (public representatives) को सतर्क रहने की जरूरत बताई है. उमा भारती ने कहा कि उनके द्वारा शराब दुकान पर उठाया गया पत्थर एक चेतावनी थी. यह शुरुआत है और अगर जनप्रतिनिधियों ने जिम्मेदारी नहीं निभाई, तो बड़ा जन आंदोलन (mass movement) का रूप ले लेगा. 


जनप्रतिनिधि निभाए अपनी जिम्मेदारी
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि जनप्रतिनिधि कृपया अपनी जिम्मेदारी निभाए, नहीं तो शराब का विरोध बड़े जन आंदोलन का रूप ले लेगा. ये पत्थर एक चेतावनी है. लाइन आर्डर बनाने वाला कोई व्यक्ति अगर हाथ में पत्थर उठा ले. तो यह एक सिंगल है और पहला है आखिरी नहीं. अगर उसे आखिरी बनाना है, तो जनप्रतिनिधियों को बहुत अच्छा काम करना होगा.  यह बात पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपने टीकमगढ़ निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही.


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बीते दिनों हुआ था वीडियो वायरल
आपको बता दें कि शराब बंदी को लेकर पिछले दिनों उमा भारती ने आक्रामक तेवर दिखाए थे. भोपाल के ग्रामीण क्षेत्र तरावली मंदिर के पास स्थित एक शराब की दुकान के बाहर उन्होंने लोगों की राय ली जिसे हटाने के लिए लोगों ने मांग की तो इसके बाद भारती ने सीएम से मुलाकात में इस पर बात की थी. सीएम से मुलाकात के बाद भारती भोपाल में ही बरखेड़ा पठानी की शराब की दुकान पर पहुंच गई थीं और लोगों से बात की तो सामने आया कि लोग लंबे समय से उसका विरोध कर रहे हैं तो वे पत्थर उठाकर उसमें तोड़फोड़ तक करने पहुंच गई थीं.


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