Ujjain News: कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने राज्य के उज्जैन स्थित प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) के 'महाकाल लोक' के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार की खबरों को बेहद चिंताजनक बताते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं. ॉ
कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के नेतृत्व वाली सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, ''भ्रष्टाचार, घोटाले, फर्जीवाड़े. यह शिवराज सरकार का अभिन्न अंग बन चुका है. अब उज्जैन के 'महाकाल लोक' के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की खबरें, बेहद चिंताजनक हैं. इन खबरों से करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं.''
कमलनाथ ने लिखा, ''इसकी निष्पक्ष, उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये. इसके दोषी कोई भी हों, बख्शे नहीं जाने चाहिये.''कमलनाथ ने कहा, ''शिवराज सरकार में हर योजना, हर काम में भ्रष्टाचार के मामले सामने आते हैं. चाहे वर्तमान में पोषण आहार का मामला हो, गरीबों को राशन का मामला हो, कारम बांध निर्माण का मामला हो या पूर्व के सिंहस्थ से लेकर पौधारोपण, व्यापमं, डंपर, ई-टेंडर व अन्य मामले हों.''
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कई अफसरों को भेजा गया है नोटिस
मीडिया के एक वर्ग में आई खबरों में कहा गया है कि मध्य प्रदेश लोकायुक्त ने 'महाकाल लोक' के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के तीन अधिकारियों सहित कई अफसरों को नोटिस भेजा है. लोकायुक्त के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि नोटिस जारी किए गए हैं, लेकिन इस आधार पर इसके बारे में विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया कि इसकी उच्च स्तर पर जांच की जा रही है.
पीएम ने किया था 11 अक्टूबर को लोकार्पण
उज्जैन जिले के तराना निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने महाकाल लोक के पार्किंग क्षेत्र के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस साल 17 मई को लोकायुक्त को शिकायत दी थी. 'महाकाल लोक' परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर को किया था. मोदी द्वारा इस परियोजना का लोकार्पण करने से पांच दिन पहले छह अक्टूबर को मध्य प्रदेश सरकार ने उज्जैन नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता का तबादला कर दिया था, जो आश्चर्यजनक घटना क्रम था. इस मामले में सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए.