Gopal Bhargava Surrounded Kamal Nath: मध्य प्रदेश  (Madhya Pradesh) के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) ने आरोप लगाया है कि 2018 में कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार ने केवल नाम के लिए ही किसान कर्जमाफी की थी. कोऑपरेटिव सोसायटी से किसानों को जबरन कर्जमाफी के सर्टिफिकेट दिला दिए थे, लेकिन उन्हें पैसा नहीं दिया गया था.


भार्गव ने कहा, "कमलनाथ सरकार ने कर्ज माफी के लिए केवल 6000 करोड़ रुपए ही रखे थे. लाखों किसानों का कर्जा इस राशि से चुका पाना नामुमकिन था. जिला योजना समिति की बैठक में शामिल होने जबलपुर (Jabalpur) पहुंचे प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने कर्ज माफी के मुद्दे को लेकर कांग्रेस को जमकर घेरा."


किसानों के साथ कांग्रेस ने किया छलावा
प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कमलनाथ सरकार ने किसान कर्ज माफी के नाम पर छलावा किया था. कोऑपरेटिव सोसायटी से किसानों को जबरन कर्ज माफी के सर्टिफिकेट दिला दिए गए, लेकिन, कोऑपरेटिव सोसाइटी के खातों में सरकार ने एक पैसा ही नहीं डाला. कमलनाथ सरकार ने कर्ज माफी के लिए सिर्फ 6000 करोड़ का बजट रखा. लाखों किसानों का कर्जा इस राशि से चुका पाना नामुमकिन था. उन्होने कहा कि यही वजह है कि कोऑपरेटिव सोसाइटी और किसान डिफाल्टर बन गए. 


दंगों में कमलनाथ का नाम आना स्वाभाविक
इसके साथ ही प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने 84 के दंगों को लेकर बड़ा बयान दिया है. भार्गव ने कहा कि इस घटना को 40 साल बीत चुके हैं. अब इस घटना पर बात करना यानी वक्त के साथ ना चलना है. भार्गव ने कहा कि 84 के दंगों पर सेशन कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का समय-समय पर फैसला आ चुका है. लेकिन कमलनाथ का नाम आना इसलिए स्वाभाविक है क्योंकि उस दौरान वो गांधी परिवार के बेहद करीबी सदस्य थे. इस वजह से दंगों में नाम आना तो स्वाभाविक है.


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