मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का बूस्टर/प्रिकॉशन डोज देने के लिए राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है. केंद्र सरकार ने 10 जनवरी, 2022 से देश भर में प्रीकॉशन डोज देने की तैयारी की है, जिसके तहत राज्य सरकार ने ग्राउंड लेवल पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. सरकार ने यह भी तय किया है कि वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज जिस कंपनी का लगा है, बूस्टर टीका भी उसी कंपनी का लगेगा. मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (Public Health & Family welfare department) के मुताबिक फिलहाल हेल्थकेयर, फ्रंटलाइन वर्कर (Frontline Worker), 60 से अधिक उम्र वाले गंभीर बीमारी से पीड़ित बुजुर्गों को ही प्रिकॉशन डोज लगाया जाएगा. ऐसे में अगर आप भी बूस्टर डोज लगाने का इरादा रखते हैं तो प्रक्रिया जान लेना चाहिए. 


बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया


8 जनवरी से कोविन एप / कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा.


10 जनवरी, 2022 से प्रिकॉशन डोज पात्रों को लगाया जाएगा.


दूसरा डोज लगने के 9 महीने होने के बाद ही प्रिकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे.


को-विन सिस्टम एसएमएस के जरिए सूचित करेगा.


पात्र नागरिक ऑनलाइन और वैक्सीनेशन सेंटर पर करवा सकते हैं पंजीयन.


कोरोना के आंकड़ों में बढ़ोतरी


गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ने का सिलसिला जारी है. हर 24 घंटों में कोरोना संक्रमितों की संख्या दो गुनी हो रही है. बीत 24 घंटों में पूरे प्रदेश से 1033 नए मामले दर्ज किये गए. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी दी है कि कल की तुलना में ये संख्या डबल है. हालांकि, प्रदेश में लॉकडाउन के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार के सामने प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. 


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