MP News: सिंधिया राज परिवार की महारानी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे आज सुबह अचानक अपने शाही महल जयविलास पैलेस से पैदल ही सड़को पर घूमने निकल गईं. वो वहां से लगभग एक किलोमीटर दूर कैंसर पहाड़िया पर स्थित प्राचीन मांडरे की माता मंदिर पहुंची. प्रियदर्शनी राजे वहां लोगों से मिलीं. उन्होंने लोगों से कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने के लिए नया नाम सुझाने को भी कहा. उन्होंने कहा, "कैंसर का नाम सुनकर ही डर लगता है. इसे बदला जाना चाहिए."


पैदल ही निकली प्रियदर्शनी राजे
सिंधिया जीवाजी महल के जीवाजी क्लब गेट से पैदल ही मांडरे की माता मंदिर की तरफ गईं. जयविलास पैलेस के म्यूजियम में शुरू हो रहे महोत्सव के वेंडर्स के उत्पादों को आमजन से रूबरू कराने के लिए उन्होंने आज मांडरे की माता परिसर में स्टॉल लगाने की व्यवस्था की थी. वो इसमें उत्साहवर्धन के लिए पहुंची. ये पहला मौका है जब वो लोगों को सड़कों पर पैदल घूमते दिखीं.


कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने की उठाई बात
"उन्होंने कहा यह कितनी हरी- भरी पहाड़ी है. सैकड़ों लोग यहां सेहत के लिए रोज सुबह घूमने आते हैं, लेकिन इसका नाम ऐसा है कि डर लगने लगता है." उन्होंने कहा अभी भी लोगों को कैंसर के नाम से डर लगता है. इसे बदला जाना चाहिए. प्रियदर्शनी ने यहां मौजूद लोगों से इसके लिए नाम भी मांगे. उन्होंने कहा, "यह इसका अधिकृत नाम नहीं है बस लोग बोलने लगे. अब इसे बदलने के लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए. हम लोग पहल करेंगे तो नए नाम को लोकप्रियता मिल जाएगी." ज्यादातर लोगों ने उनको संजीवनी पहाड़ी नाम सुझाया.


मैं यहां की बहु हूं मुझे यहीं रहना है- प्रियदर्शनी राजे
प्रियदर्शनी राजे ने कहा, "मैं यहां की बहू हूं. मुझे यहीं रहना है, और सबके साथ ग्वालियर को स्वच्छ, विकसित और अच्छा बनाने का प्रयास करना है." उन्होंने कहा, "इसके लिए हम सबको प्रयास करने होंगे और तभी हमारे घर को फायदा मिलेगा". उन्होंने कहा ग्वालियर हम सबका घर है.


कैंसर अस्पताल के कारण नाम पड़ गया कैंसर हिल
मांडरे की माता के मंदिर से शिवपुरी और झांसी रोड तक फैली विशाल पहाड़ी पर कैंसर अस्पताल का निर्माण हो जाने के बाद लोग इसे कैंसर हिल्स के नाम से ही पुकारने लगे. हरियाली से ओतप्रोत इस पहाड़ी के अनेक हिस्से पर कब्जा भी हो गया है. यहां लोगों ने झोंपड़ियां और मकान भी बना लिए हैं. उसके बाद भी यहां अभी भी कई किलोमीटर तक हरियाली फैली है. साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यहां मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं.


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