MP Politics: नरोत्तम मिश्रा का निशाना, कहा- 'जाकिर नाइक को शांति दूत मानते हैं दिग्विजय सिंह'
MP News : नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आगर-मालवा के प्रकरण में 8 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, अन्य आरोपियों की भी आज शाम या कल तक गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) पर एक बार फिर निशाना साधा है. नरोत्तम मिश्र ने गुरुवार को कहा कि जाकिर नाइक (Jakir Naik) को शांतिदूत कहने वाले दिग्विजय सिंह के प्रमाण पत्र की मुझे कोई जरूरत नहीं है. उनकी सोच संकुचित है. आगर मालवा के धटना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है और किसी को शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने क्या कहा
नरोत्तम मिश्र से उनके नियमित प्रेस ब्रीफिंग में पूछा गया था कि दिग्विजय सिंह बजरंग दल और सरकार को सांप्रदायिक कह रहे हैं. इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जाकिर नाइक को शांतिदूत कहने वाले आदरणीय दिग्विजय सिंह हम पर क्या आरोप लगाएंगे? वे क्या बजरंग दल को सांप्रदायिक कहेंगे? उनकी सोच संकुचित है. मुझे ध्यान है कि जब यहां पर गदर फिल्म का गदर हुआ था. हमारे कांस्टेबल मोती सिंह का हाथ काट दिया गया था. उस कैंडिडेट को जिताते हुए घूमे हैं. वो सांप्रदायिकता सौहार्द्र की बात क्या करेंगे? हम पर क्या आरोप लगाएंगे? हम कैसे हैं, जो मिले हैं उन्होंने ट्वीट किया है. दिग्विजय सिंह के प्रमाण पत्र की मुझे जरूरत नहीं है.
आगर मालवा की घटना में कितने आरोपी गिरफ्तार हुए हैं
आगर मालवा में बीजेपी की बर्खास्त नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर 13 युवकों की ओर से एक को घेरकर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है. इस मामले पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आगर-मालवा के प्रकरण में 8 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, अन्य आरोपियों की भी आज शाम या कल तक गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों की धारा-307 के तहत कार्रवाई की गई है.उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है और किसी को शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
देश की शांति भंग करने की साजिश
पीडीपी नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के पाकिस्तान संबंधी बयान पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि क्रोनोलॉजी समझिए. महबूबा मुफ्ती का अब पाकिस्तान प्रेम जागा है. उसके पहले फारुक अब्दुल्ला थे. उसके पहले सलमान खुर्शीद थे. राशिद अल्वी थे. जेएनयू का जुलूस था. यह इस बात का द्योतक है कि कहीं न कहीं से ये लोग देश में शांति भंग करने की भूमिका बना रहे हैं. हम आपको निश्चिंत कर दें कि इनके प्रयास कभी सफल नहीं होने वाले. देश की जनता अब इन बातों को समझती है.
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