MP News: भोपाल में हाईवे किनारे 10 रुपये में महिलाएं और बच्चियां बेच रहीं जहरीली शराब, प्रशासन को सुध नहीं
Bhopal News: राजधानी भोपाल में अवैध रूप से खुलेआम शराब हाईवे पर मात्र 10 रुपए में बिक रही है. लेकिन शराब की अवैध बिक्री रोकने और आरोपियों को पकड़ने के जिम्मेदार मूक दर्शक तमाशा देख रहे हैं.
MP News: राजधानी भोपाल में अवैध रूप से खुलेआम जहरीली शराब हाईवे पर मात्र 10 रुपए में बिक रही है. बैरसिया से मात्र 8 किमी दूर तरावली जोड़ के पास हाईवे के दोनों तरफ कंजर समाज की महिलाएं और नाबालिग बच्चियां हाथों में शराब की पॉलिथीन लेकर ग्राहकों का इंतजार करती हैं. ये रास्ता विदिशा और राजगढ़ के लिए जाता है और पुलिस प्रशासन के बड़ी अधिकारियों का गुजरना भी होता है. लेकिन शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाने और आरोपियों को पकड़ने के जिम्मेदार मूक दर्शक तमाशा देख रहे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब ये हाल राजधानी का है तो सुदूर इलाकों पर क्या होगा.
हाईवे किनारे खुलेआम शराब की बिक्री
मध्य प्रदेश की कद्दावर नेता उमा भारती उमा भारती मीडिया और ट्विटर पर सूबे में शराब बंदी की मांग उठा चुकी हैं. लेकिन आज तक कोई असर दिखाई नहीं दिया. एबीपी न्यूज़ ने भोपाल से बैरसिया जाते समय तरावली के पास पाया कि महिलाएं, बच्चियां पन्नी में ट्रक, बाइक, कार सवारों को रोककर अवैध शराब बेच रही हैं. पूछने पर महिलाओं ने कहा कि पेट और बच्चों को पालने का सवाल है. जब हमने भोपाल आबकारी अधिकारी को फोन लगाया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
कांग्रेस नेता की रिहाई के लिए प्रदर्शन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा क्षेत्र के नसरुल्लागंज में कांग्रेस नेता अर्जुन आर्य को पुलिस ने सोशल मीडिया पर सीएम के खिलाफ गलत पोस्ट वायरल करने पर गिरफ्तार कर लिया था लेकिन शांति भंग करने की धारा 151 में जेल भेज दिया. इसके बाद सीहोर जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एकजुटता दिखाते हुए अजुर्न आर्य की रिहाई के लिए छोड़ने के लिए बुधवार को प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता राजकुमार पटेल, द्वारका जाट,शैलेंद्र पटेल ने शराब, रेत को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी माफियाओं को खत्म करने की बात कर रही है लेकिन सीएम की विधान सभा के नसरुल्लागंज में रोड पर शराब की दुकान के पास खुलेआम हता चल रहा है जिससे महिलाएं, बच्ची निकलने से डरती हैं. उन्होंने पूछा कि क्या ये प्रशासन को नहीं दिखाई देता है.