इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) में 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस (Ramnavmi Procession) के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में वहां कई लोगों को आर्थिक नुकसान भी हुआ है. इन लोगों को प्रदेश सरकार (State Government) ने मुआवजा देने की बात कही है. वहीं अब हिंसा के बाद खरगोन जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) ने खरगोन दंगों के पीड़ितों को सहायता देने का आश्वासन दिया है.


किसका क्या-क्या जला था


खरगोन में रामनवमी के दिन हुए दंगे में कुछ लोगों का सब कुछ तबाह हो गया था. उपद्रवियों ने कुछ लोगों की किताबें और गाड़ी जला दी थीं, जिनके यहां शादी जैसे मांगलिक कार्यक्रम होने थे, उनके सामना तोड़ दिए गए थे. इन लोगों के लिए प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने सहायता राशि देने का आश्वासन दिया था. उन्होंने इन लोगों के लिए 10 लाख रुपये का स्वेच्छानुदान राशि देने की घोषणा की थी.


इन दंगों के 13 दिन बाद कृषि मंत्री कमल पटेल ने यह राशि दंगा प्रभावितों परिवारों के खातों में ट्रांसफर करवा दी है. पहले 5 लाख रुपये की सहायता राशि कलेक्टर खरगोन को भेजी गई. उन्होंने 19 परिवारों को उनके खातेदार के खातों में 3 लाख 80 हजार रुपये की सहायता राशि दंगा प्रभावितों के खाते में ट्रांसफर करवा दी है.


किसे कितने की मिली सहायता


बता दें कि खरगोन के दंगे में लक्ष्मी पंवार की किताबें और दोपहिया वाहन उपद्रवियों ने जला दिया था. लक्ष्मी की पढ़ाई के लिए 20 हजार रुपये की सहायता दी गई है. वहीं लक्ष्मी मुच्छाल की शादी जल्द होने वाली थी, शादी का सामान उनके घर में रखा था, उसे उपद्रवियों ने लूट लिया था. उन्हें भी मंत्री की ओर से 20 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है. दंगा प्रभावित 17 परिवारों को 20-20 हजार रुपये की राशि जारी की गई है.


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