Madhya Pradesh News: चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में चुनावी साल में मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने घोषणा की है कि सरकारी स्कूलों में अब वीर सावरकर का पाठ पढ़ाया जाएगा. इधर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की घोषणा पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्कूल पाठ्यक्रम में सावरकर को शामिल करना दुर्भाग्यपूर्ण है.

 

स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री मंत्री इंदर सिंह परमार ने घोषणा करते हुए कहा कि वीर सावरकर पहले लेखक थे, जिन्होंने 1857 के आंदोलन को स्वतंत्रता संग्राम कहा था. भारत की आजादी में उनका अपूरणीय योगदान है और इसलिए उन्होंने सम्मान मिलना चाहिए. शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस ने भारत के सच्चे क्रांतिकारियों के बारे में नहीं पढ़ाया. विदेशी आक्रांताओं को महान लिखा गया.

पाठ्यक्रम में इन्हें भी मिलेगी जगह

स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस ने विदेशी आक्रांताओं को ही महान लिखा है, लेकिन हम सच्चे नायकों की जीवनियां पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे और नए पाठ्यक्रम में वीर सावरकर, भगवान परशुराम, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और देशभक्तों को शामिल करेंगे. स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ी भी जाने कि हमारे देश को आजादी दिलाने वाले देशभक्त कौन थे.

सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी

इधर स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार की घोषणा के बाद ही भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की प्रतिक्रिया सामने आई है. भोपाल मध्य क्षेत्र से विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सावरकर को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहती है. सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी. उन्हें पाठ्यक्रम में शामिल करना स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है.