MP News: इंदौर शहर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग बढ़ चुका है. अपराधियों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से पुलिस ने विशेष इंटेलिजेंस सिस्टम तैयार किया है. जिसमें कुछ विशेष टीमों का गठन भी किया गया है. जिसके तहत एक क्विक रिस्पांस टीम बनाई गई है. जो सीआईएसएफ और बीएसएफ से ट्रेनिंग ले चुकी है. वहीं अन्य टीमों को भी सोशल मीडिया एनालिसिस के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जा चुकी है. यह सभी टीम शहर के असामाजिक तत्वों पर निगाहें बना कर रखेगी.


ड्रोन कैमरा का किया जा रहा इस्तेमाल
दरअसल, शहर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद इंटेलिजेंट सिस्टम में दो तरह के बदलाव किए गए हैं. जिसमें पहला टेक्निकल बदलाव है. जिसमें पांच ड्रोन कैमरा का उपयोग किया जाता है. यदि कहीं कार्यक्रम या अन्य कोई भी गतिविधि होती है. तो उस पर विशेष तौर पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इंदौर पुलिस के पास अत्याधुनिक ड्रोन है. जो कि पांच किलोमीटर दूर से कार्यक्रम स्थल पर नजर बनाकर रखते हैं. साथ ही अत्यधिक भीड़ वाले कार्यक्रमों में बॉडी वॉर्न कैमरे का उपयोग किया जाता है. साथ ही शहर में पुलिस विभाग के अधिकारियों को अर्बन टेक्निक की ट्रेनिंग दी गई है. वहीं स्पेशल क्विक रिस्पांस टीम को सीआईएसएफ और बीएसएफ से ट्रेनिंग दिलवाई गई है.


पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम रख रही है सोशल मीडिया पर नजर
वहीं इंदौर के डीसीपी रजत सकलेचा ने बताया कि शहर में कुछ दिनों से सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए पुलिस के पास स्पेशल सोशल मीडिया एनालिसिस के टूल्स हैं. इसकी मदद से इंदौर में जितने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जैसे फेसबुक, टि्वटर और अन्य साइट्स पर जो ट्विट्स होते हैं उनका एनालिसिस किया जाता है. इस दौरान जो लोग सांप्रदायिक माहौल पैदा करते हैं. उन पर थाना स्तर पर विधिवत कार्रवाई भी की जाती है. वहीं समाज में समरसता बनाए रखने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक माहौल बनाने वाले या सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों को चिन्हित किया गया है. जिन पर लगातार पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम काम कर रही है और उन पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. 


विदेश में बैठ कर नहीं बिगाड़ पाएगे सौहार्दपूर्ण वातावरण
वहीं डीसीपी रजत सकलेचा ने यह भी बताया कि इंदौर ही नहीं बल्कि विदेश में बैठ कर भी जो लोग शहर का सौहार्दपूर्ण वातावरण बिगाड़ने का प्रयास करते हैं. उन पर भी स्पेशल टास्क फोर्स की टीम नजर रख रही है और उन पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है. जिस के कुछ उदाहरण जनता के सामने भी आ चुके हैं. फिलहाल शहर में अब नगरीय निकाय चुनाव है और इसका फायदा अब इंदौर पुलिस को काफी होने वाला है. क्योंकि जिस तरह से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जाता है और पुलिस आरोपी को पकड़ने में लंबा समय कर देती है. उससे बचाव होगा साथ ही चुनावी दौर में राजनीतिक पार्टियों द्वारा की जाने वाली अवैधानिक गतिविधियों पर भी पुलिस की पैनी नजर रख सकेगी.


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