Madhya Pradesh News: इंदौर में सात महीने पहले एक प्लॉट के नाम 56 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में एक स्कूल डायरेक्टर के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. इस मामले में इंदौर पुलिस द्वारा आरोपी पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. वहीं आरोपी को खजराना पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर इंदौर लेकर आई है. खजराना थाना प्रभारी दिनेश वर्मा ने बताया कि सात महीने पहले में थाने में एक शिकायत दर्ज हुई थी. फरियादी डॉक्टर अनवर खान जो कि एक रिटायर डॉक्टर हैं, जिनसे पाकीजा लाइफ स्टाइल में प्लाट दिलाने के नाम से 56 लाख रुपये धोखे से ले लिए गए थे.
इसके बाद आरोपी अमजद पाशा फरार हो गया था. पुलिस की छानबीन में पता चला कि आरोपी अमजद पाशा चेन्नई चला गया था. कुछ समय बाद पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अमजद पाशा बेंगलुरु में है, सूचना पर पुलिस ने एक टीम गठित कर बेंगलुरु भेजा जहां से आरोपी को गिरफ्तार कर इंदौर लाया गया है. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अमजद पाशा ने अपने आपको पाकीजा ग्रुप का मेंबर बताया था. जबकि आरोपी स्कूल में डायरेक्टर के पद पर था ना कि प्लाट का काम करता था. दरअसल, आरोपी अमजद पाशा एक शिक्षक है. पैसे लेने के बाद आरोपी ने बेंगलुरु में भी एक स्कूल खोला था.
धोखाधड़ी के पैसे स्कूल में इंवेस्ट किया
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने जो धोखाधड़ी की थी उसमें से कुछ रकम उस स्कूल में भी इन्वेस्ट किया है. आरोपी पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा पांच हजार का इनाम भी घोषित किया गया था. फिलहाल, अब आरोपी पुलिस की गिरफ्त है, जिसे पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. गौरतलब है की जालसाजों द्वारा नित नए तरीके इजाद कर शहर में जालसाजी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. जालसाजों के मन में पुलिस का खौफ बिल्कुल खत्म हो चला है, जिसका उदाहरण यह है की इंदौर शहर में इससे पहले भी नकली एसडीएम व एक न्यायधीश बनकर धोखाधड़ी करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं अब एक जालसाज स्कूल डायरेक्टर पुलिस की गिरफ्त में है.