Vidisha News: अमेरिकी डॉलर से सोने की अंगूठी खरीदने की कोशिश, विदिशा में पुलिस ने ईरानी दंपति को हिरासत में लिया
MP News: विदिशा जिले के सिरोंज में सोमवार को दो विदेशी महिला पुरुष ज्वैलरी खरीदने गए थे. उनके पास रुपये नहीं थे. वे डॉलर में भुगतान करना चाह रहे थे. ज्वैलर को शक हुआ. उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी.
भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पकड़ा गया एक संदिग्ध विदेशी जोड़ा पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गया है. विदिशा के सिरोंज में विदेशी महिला पुरुष एक ज्वेलर्स पर सोने के जेवर खरीदने पहुचे और डॉलर में इसका भुगतान करना चाहते थे. मामला पुलिस तक पहुच गया. इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि इनके पास से अमेरिकी और ईरानी मुद्रा मिली है. पासपोर्ट से महिला का नाम अलीरेजा फलीफोर और पुरुष का नाम रॉकसोरा दर्ज है. अरबी ट्रांसलेटर के जरिये दोनों से पूछताछ की जा रही है.
किस बात पर हुआ ज्वैलर्स को शक
विदिशा जिले के सिरोंज में सोमवार को दो विदेशी महिला पुरुष ज्वैलरी खरीदने गए थे. उनके पास रुपये नहीं थे. वे डॉलर में भुगतान करना चाह रहे थे. ज्वैलर को शक हुआ. उसने पुलिस को सूचना दी. ज्वैलर के मुताबिक वह दोनों उसके पैसे लेकर चले गए. इसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ा. दोनों से पूछताछ की जा रही है. उनके पास ईरानी पासपोर्ट और वीजा मिला है. अरबी भाषा के ट्रांसलेटर के जरिए उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने ईरानी दूतावास और इमीग्रेशन डिपार्टमेंट से भी संपर्क साधा है.
विदिशा पुलिस ने सिरोंज से दो संदिग्ध विदेशियों को हिरासत में लिया है। संदिग्धों के पास से ईरान का पासपोर्ट मिला है। दुभाषिए की मदद से पुलिस संदिग्धों के बारे में अधिक जानकारी हासिल कर रही है। pic.twitter.com/PYdDXdNo7F
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) August 2, 2022
गृहमंत्री ने दी यह जानकारी
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को भोपाल में अपने नियमित ब्रीफिंग में कहा कि दोनों व्यक्ति न हिंदी जानते हैं और न अंग्रेजी समझते हैं. दोनों की भाषा अरबी या रशियन जैसी लग रही है. दुभाषिये की मदद से जानकारी निकाली जा रही है. पासपोर्ट और अन्य दस्वावेज ईरान के अलबुर्ज के हैं. यह जोड़ा तेहरान से दिल्ली होते हुए विदिशा आया है. उनके पास से अमेरिकी और ईरानी मुद्रा मिली है. पासपोर्ट से महिला का नाम अलीरेजा फलीफोर और पुरुष का नाम रॉकसोरा है. दोनों की उम्र 52 से 55 वर्ष के बीच है. जिस टैक्सी से आए हैं, उसके ड्राइवर का मोबाइल नंबर अभी बंद बता रहा है. ट्रांसलेटर को बुलाकर पुलिस जांच करने की कोशिश कर रही है. दोनों तीन महीने के वीजा पर भारत आए हैं. पुलिस की जांच में सामने आया कि ये लोग 20 दिन तक दिल्ली के लाजपत नगर में किसी जगह रुके थे. इन्हें छोड़कर ट्रैक्सी ड्राइवर चला गया है. उसका भी पुलिस पता लगा रही है.
यह भी पढ़ें