Bhopal News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और एटीएस (ATS)  की संयुक्त कार्रवाई में  26-27 मई को जबलपुर से गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस के संदिग्धों की एनआईए कोर्ट में पेश किया गया था, जहां एडीजे नीतिराज सिंह सिसोदिया ने संदिग्धों की 10 जून तक के लिए रिमांड अवधि बढ़ा दी है. 


बता दे कि मध्यप्रदेश के जबलपुर के अंदर आईएसआईएस (ISIS) के मंसूबों को कामयाब करने के लिए काम कर रहे संदिग्ध सैयद महमूद अली, आदिल खान और उसके साथी को एनआईए और एटीएस द्वारा 26-27 को जबलपुर से गिरफ्तार किया गया था. जिन्हें पहले 7 दिन के रिमांड पर भेजा गया था. रिमांड अवधि पूरी होने पर इन्हें एनआईए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अब 10 जून तक के लिए इनकी डिमांड फिर से बढ़ा दी गई है.


इन अपराधियों पर आरोप है कि यह लगातार मध्य प्रदेश के अंदर और देश के विभिन्न इलाकों में आईएसआईएस से जुड़ी गतिविधियों में लिप्त थे. जब इनकी गिरफ्तारी की गई तब एनआईए को अवैध गोला बारूद आपत्तिजनक धार्मिक दस्तावेज भी बरामद हुए थे.


मस्जिद और घरों में करते थे प्रचार
इस संबंध में एबीपी संवाददाता ने एनआईए प्रवक्ता से जब चर्चा की उन्होंने बताया कि अपराधी आईएसआईएस के मॉड्यूल का प्रचार करने में जुटे थे. यह विभिन्न मस्जिदों और घरों में मीटिंग आयोजित करते थे. वह लोगों को गुमराह कर देश में आतंक फैलाने की साजिश है रच रहे थे. संदिग्ध आरोपी इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप ग्रुप और यूट्यूब के माध्यम से आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करते थे. वह किसी बड़े घटनाक्रम को अंजाम देना चाहते थे. इनका मुख्य मकसद सामान्य युवाओं को बरगला कर उन्हें आईएसआईएस में भर्ती करना था. साथ ही साथ जांच में पता चला है कि यह आरोपी विभिन्न प्रकार के अवैध हथियारों की भी तस्करी कर संचय करने में लगे थे.


13 स्थानों पर की थी छापेमारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और एटीएस द्वारा इनपुट मिलने के बाद जबलपुर में 13 स्थानों पर छापामार कार्रवाई की गई थी. इस दौरान टीम को धारदार हथियार, गोला बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए थे. एनआईए और मध्य प्रदेश एटीएस पुलिस इस मामले से जुड़े हर तार की बारीकी से जांच कर रही है इसी के चलते कोर्ट ने आरोपियों की रिमांड को 10 जून तक बढ़ाने का फैसला किया है.


ये भी पढ़ें: Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में जल जीवन मिशन की हालत खराब, स्कूल समेत आंगनवाड़ी में भी पेयजल की किल्लत