Jabalpur: पिता के कंधे पर बैठकर आया दिव्यांग छात्र ट्राई साइकिल पर लौटा, कलेक्टर की हो रही वाहवाही
MP News: जबलपुर जिले के कुंडम के ग्राम मखरार का रहने वाला 10वीं का दिव्यांग छात्र सुकरण मरावी अपने पिता के कंधों पर बैठकर कलेक्टर साहब से ट्राई साइकिल मांगने के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंचा था.
जबलपुर: जिले के कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की आम नागरिकों की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता का उदाहरण एक बार फिर देखने मिला है. कुंडम के ग्राम मखरार से अपने पिता के कंधे पर आये दिव्यांग छात्र की व्यथा सुनकर उन्होंने उसे न केवल तुरंत नई ट्राई साइकिल दिलाई बल्कि छात्रावास में प्रवेश दिलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए. उनके आदेश पर अधिकारियों ने तत्काल इस दिव्यांग छात्र को ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराई. अधिकारियों ने बयाता कि छात्र के लिए छात्रावास और स्कूल में एडमीशन की व्यवस्था की जा रही है.
डीएम ने सुनी दिव्यांग की फरियाद
कुंडम के ग्राम मखरार में रहने वाला कक्षा 10 का दिव्यांग छात्र सुकरण मरावी अपने पिता के साथ स्कूल जाने में होने वाली कठिनाईयों के निराकरण के लिए मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा था. पिता के कंधे पर सवार इस छात्र पर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा की जैसे ही नजर पड़ी, उन्होंने उनके पास जाकर यहां आने की वजह पूछी. वे छात्र और उसके पिता से बात करते-करते खुद घुटने के बल नीचे बैठ गए और गांव से पांच किलोमीटर दूर स्कूल जाने में हो रही उसकी पूरी परेशानी सुनी. सुकरण ने कलेक्टर को बताया कि पूर्व में उसे जो ट्राई साइकिल दी गई थी, वो कुछ समय पहले खराब हो गई है. इस वजह से उसे स्कूल आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
अधिकारी को दिए नजदीकी हॉस्टर में दाखिला कराने के आदेश
कलेक्टर इलैयाराजा ने सुकरण की इस समस्या को सुनकर अधिकारियों को उसे तुरंत नई ट्राई साइकिल देने के निर्देश दिए. उन्होंने छात्र सुकरण का नजदीक के छात्रावास में दाखिला कराने के निर्देश भी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को दिया. साथ ही उसे उसके गांव तक छुड़वाने की व्यवस्था भी करने कहा.
डीएम के आदेश पर तुरंत मिली ट्राई साइकिल
कलेक्टर के निर्देश पर कुछ ही देर बाद छात्र सुकरण को सामाजिक न्याय विभाग की ओर से ट्राई साइकिल दे दी गई. ट्राई साइकिल मिलने से खुश छात्र सुकरण के चेहरे पर प्रसन्नता के भाव दिखाई दे रहे थे. सहायक आयुक्त आदिवासी विकास मोहित भारती ने बताया कि छात्र सुकरण को छात्रावास और नजदीकी स्कूल में एडमीशन की व्यवस्था भी की जा रही है.
यह भी पढ़ें: