Madhya Pradesh News: जबलपुर (Jabalpur) के बहुचर्चित मिशनरी भूमि घोटाले और करोड़ों की फीस की घपलेबाजी के आरोपी पूर्व बिशप पीसी सिंह के भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट में ईओडब्ल्यू (EOW) ने चालान पेश कर दिया है. बिशप पीसी सिंह और उसके राजदारों के खिलाफ तैयार चालान में जमीनों से लेकर फीस में हुए करोड़ों के फर्जीवाड़े के एक-एक बिंदु को शामिल किया गया है. करीब चार हजार से ज्यादा पन्नों का यह चालान ईओडब्ल्यू की विशेष कोर्ट में पेश किया गया.


चालान में पूर्व बिशप पीसी सिंह के साथ ही उसका बेटा पीयूष पॉल सिंह और उसके राजदार सुरेश जेकब के काले कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा दर्ज किया गया है. स्कूलों की करोड़ों की राशि के गबन के आरोपी पूर्व बिशप पीसी सिंह पर घोटालेबाजी के अलावा पद के दुरुपयोग के कई गंभीर आरोप हैं. इस पूरे मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो को 8 दिसंबर के पहले अदालत में चालान पेश करना था, लिहाजा जांच टीम ने सोमवार को कोर्ट में चालान प्रस्तुत किया.


पत्नी को कई संस्थानों में बनाया डायरेक्टर
ईओडब्ल्यू के जांच अधिकारी स्वर्णजीत सिंह धामी के मुताबिक जांच के दौरान यह खुलासा भी हुआ है कि, पूर्व बिशप पीसी सिंह पैसे लेकर बिशप बनाने का खेल तो खेलता ही था. साथ ही अयोग्य व्यक्तियों को स्कूलों का प्रिंसिपल भी बना दिया करता था. जांच के दौरान पता चला है कि पीसी सिंह ने अपनी पत्नी को भी कई संस्थाओं में एक साथ डायरेक्टर बनाकर हर महीने लाखों रुपयों का भुगतान कराता था. मिशनरियों की जमीनों की धंधेबाजी और करोड़ों की राशि के गबन के आरोप में फंसे पूर्व बिशप पीसी सिंह उसके बेटे पियूष पॉल सिंह और उसके खास राजदार सुरेश जैकब के खिलाफ ही फिलहाल चालान पेश किया गया है. ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के मुताबिक जांच के दौरान जैसे-जैसे और नामों का खुलासा होगा, वैसे ही आरोपियों की संख्या बढ़ाकर पूरा चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा.


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