Ordnance Factory Khamaria: मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में आयुध निर्माणी खमरिया से बम (पार्ट्स) ले जाते हुए नौसेना के एक कर्मचारी को पकड़ा गया है.नौसेना के आला अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई. बाद में संदिग्ध कर्मचार को भी पार्ट्स के साथ नेवी की स्थानीय यूनिट को सौंप दिया गया.मामला शुक्रवार (28 जुलाई) का है.
यहां बताते चले कि आयुध निर्माणी खमरिया में तीनों सेनाओं के लिए गोला-बारूद बनाया जाता है.फैक्ट्री गेट पर चैकिंग के दौरान बरामद किए गए पार्ट्स को लेकर देर रात तक निर्माणी के अधिकारी ऊहापोह की स्थिति में थे. ओएफके के जीएम एमए हलदार ने मीडिया को बताया कि नेवी के कर्मी को पकड़ा गया है.उनके पास से मेटल से बना अलग तरह का ऐसा कम्पोनेंट बरामद किया गया है,जिसका निर्माण ओएफके में नहीं होता है. हमने प्रक्रिया के अनुसार कम्पोनेंट के साथ नेवल कमांडेंट को उसे सौंप दिया है.
आशंका हुई तो उनकी चैकिंग शुरू की गई
बताया जाता है कि आयुध निर्माणी खमरिया के गेट नंबर दो पर एक सिक्योरिटी वाहन को सुरक्षाकर्मियों ने रोका. चैकिंग के दौरान नेवी कर्मचारी के एक कमर के पास एक उभार देखने पर मिला. इसके बाद आशंका हुई तो उनकी चैकिंग शुरू की गई. उनके पास से बम जैसा नजर आने वाला हिस्सा बरामद किया गया. इसके तत्काल बाद से सिक्योरिटी के बड़े अधिकारी गेट नंबर दो पर पहुंच गए.नेवी के सैन्य कर्मचारी से पूछताछ की गई, जिस पर उनका कहना था कि भूलवश पार्ट्स उनकी जेब में आ गया.
पूछताछ के बाद चार्जमैन को छोड़ दिया गया
बहरहाल, पूरी तफ्तीश के बाद कर्मचारी को ओएफके कैम्पस में मौजूद रहने वाले नेवी के सैन्य अधिकारियों का सौंप दिया गया. वहीं इस मामले में पता चला है कि आयुध निर्माणी फैक्ट्री खमरिया में नेवी के नये एम्युनिशन प्रोजेक्ट में काम कर रहे चार्जमैन सचिन को संदिग्ध रूप से गेट पर रोका गया था. कड़ी पूछताछ के बाद चार्जमैन को छोड़ दिया गया.फैक्ट्री प्रबंधन ने चार्ज मैन की कार्यशैली पर नेवी अधिकारियों से कड़ा एतराज जताया है. कर्मचारी के खिलाफ इंटरनल इंक्वायरी होने की बात कही जा रही है.
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