Jabalpur News: जबलपुर में अधेड़ की हत्या के आरोप में तीन गिरफ्तार, कहा- हमारे साथ करता था गलत काम इसलिए मार डाला
Jabalpur Crime News: जबलपुर में एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी की हत्या के आरोप में पकड़े गए तीन आरोपियों ने बताया है कि वह उनके साथ अनैतिक कृत्य करता था और लोगों को बताकर उन्हें बदनाम करता था.
Madhya Pradesh News: साहब वो अनैतिक काम करने के साथ बदनाम करने की धमकी भी देता था, इसलिए उसे मरना पड़ा. यह जबलपुर में हुई एक अधेड़ की हत्या के मामले में पकड़े गए तीन आरोपियों का पुलिस के सामने कुबूलनामा है. दरअसल, जबलपुर में एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी की अनैतिक करतूत उसकी जान की दुश्मन बन गई. हत्या के आरोप में पकड़े गए तीनों आरोपियों के साथ वह अनैतिक कृत्य तो करता ही था, उन्हें बदनाम भी करता था. इससे तंग आकर उन्होंने रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी को मौत के घाट उतार दिया.
एएसपी संजय अग्रवाल के मुताबिक माढ़ोताल थाना क्षेत्र में 9 नवंबर को अज्ञात आरोपियों द्वारा रिटायर्ड आईटीआई कर्मी मुन्ना लाल कुशवाहा (63 वर्ष) की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि मृतक उनके साथ अनैतिक कृत्य करने का दबाव बनाता था. वह यह बात लोगों को बताकर उन्हें बदनाम करता था. इसी के चलते तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. सीएसपी तुषार सिंह के मुताबिक हत्याकांड की जांच के दौरान संदेह के आधार पर कई लोगों से पूछताछ की गई. इनमें देवेन्द्र सेन, मनीष चढ़ार व संतोष यादव की गतिविधियां संदिग्ध लगीं.
शराब पिलाकर करता गलत काम
वहीं पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर देवेंद्र सेन ने बताया कि मुन्ना लाल करीब तीन साल से उसकी दुकान पर दाढ़ी व बाल बनवाने के लिए आता था. इस कारण मुन्ना लाल से उसकी जान पहचान हो गई थी. मुन्ना लाल अपने खेत में बनी झोपड़ी में उसे व अन्य लड़कों को बुलाकर शराब पिलवाता था और फिर उनकी इच्छा व अनिच्छा से अनैतिक कृत्य करता था. घटना वाले दिन यानी 9 नवंबर को भी मुन्ना लाल ने देवेंद्र व संतोष यादव के साथ अनैतिक कृत्य किया था. जब उन्होंने उससे कहा कि वह यह बात किसी और को न बताए तो वह उन्हें धमकाने लगा. इसके बाद तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. शव को घसीटकर खेत के पास फेंककर वे अपने घर चले गए थे. इस कबूलनामे के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस हत्याकांड की जांच टीआई रीना पांडे और उनकी टीम द्वारा की गई.