MP News: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से देश लगभग उबर चुका है, लेकिन मोदी सरकार इसे लेकर किसी भी तरह की कोताही बरतने को तैयार नहीं है. अब कोरोना वायरस से बचाव को लेकर दो अच्छी खबरें सामने आई है. पहली 16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू होने जा रहा है, और दूसरी अब 60 साल से ऊपर के सभी लोग बूस्टर डोज लगवा सकेंगे. अभी तक केवल हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के गंभीर बीमार (comorbidity) व्यक्ति को ही वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाई जा रही थी.
जल्द शुरू होगा बच्चों का वैक्सीनेशन
देश में 3 जनवरी से बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ था. पहले चरण में 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है. अब 12 से 14 साल के बच्चों का भी वैक्सीनेशन शुरू होने जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तय किया है कि 12 से 14 साल के बच्चों को बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological E Limited) कंपनी की कोर्बेवेक्स (Corbevax) वैक्सीन लगाई जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने ट्वीट करके इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. ट्वीट में उन्होंने लिखा, "माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में हमारी सरकार प्रत्येक भारतीय के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. देश में चल रहे विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का विस्तार 16 मार्च से 12-14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण शुरू हो रहा है और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को प्रिकॉशनरी डोज भी लगनी आरंभ होगी."
एमपी में टीकाकरण का अपडेट
15 से 18 आयुवर्ग (प्रथम डोज)- 4,119,967
15 से 18 आयुवर्ग (द्वितीय डोज)- 2,770,881
कुल प्रथम डोज (18 से 45 आयुवर्ग)- 34,880,539
कुल द्वितीय डोज (18 से 45 आयुवर्ग)- 33,634,471
कुल टीकाकरण- 113,431,001
बूस्टर डोज बेहद जरूरी
जबलपुर के सीनियर डायबिटोलाजिस्ट डॉ. परिमल स्वामी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज के फायदे गिनाते हुए कहा कि आंकड़े सरकार के इस निर्णय का सपोर्ट करते है. पश्चिमी देशों से प्राप्त वैक्सीनेशन के आंकडों से पता चला है कि 65 साल से अधिक उम्र के लोग दो डोज लेने के बाद भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए. लेकिन जिनको भी तीसरा डोज लगा है उनमें बीमारी की दर, उसकी तीव्रता और मृत्यु दर में कमी आई है. डॉ. परिमल स्वामी ने कहा कि इन परिस्थितियों में 60 साल से ऊपर वालों के लिए बूस्टर डोज बेहद जरूरी है.
अभिभावकों की खत्म होगी चिंता
बात की जाये सरकार के 12 से 14 साल के बच्चों को कोरोना टीकाकरण में शामिल करने की तो समाज से इसको लेकर अच्छी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. जबलपुर निवासी दो छोटे बच्चों की मां अंजना मिश्रा का कहना है कि कोरोना वैक्सीन का टीका लगने के बाद न केवल बच्चों को कोरोना से सुरक्षा मिलेगी बल्कि अभिभावकों का उन्हें स्कूल भेजने का भय भी खत्म हो जाएगा.
बूस्टर डोज के फैसले का स्वागत
वहीं 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज ओपन करने के निर्णय का भी स्वागत हो रहा है. भोपाल निवासी 65 वर्षीय रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी गोपाल केशव का कहना है कि बूस्टर डोज हमें कोरोना से मुकाबला करने के लिए और अधिक प्रतिरोधक क्षमता देगी. यह मोदी सरकार का तारीफ के काबिल कदम है.
यहां बता दें कि देश में अब तक 180 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज लग चुकी है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने अपने ट्वीट में कहा है, बच्चे सुरक्षित तो देश सुरक्षित. उन्होंने आगे लिखा कि मुझे बताते हुए खुशी है की 16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो रहा है. साथ ही 60 से अधिक उम्र के सभी लोग अब प्रिकॉशन डोज लगवा पाएंगे. उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की भी अपील की.
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