Bhind News: केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) शनिवार देर शाम भिंड (Bhind) के अटेर (Ater) इलाके के चौम्हो गांव (Chaumho Village) पहुंचे और वहां बाढ़ (Flood) प्रभावित लोगों का हालचाल जाना. मंच से उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार हर समय पीड़ितों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों का चार बिंदुओं पर प्रशासन को सहयोग करना है, जिनमें लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था के साथ-साथ जानवरों के लिए चारे की भी व्यवस्था प्रमुखता से करने की बात कही. बाढ़ प्रभावित गांवों में शुद्ध पानी के लिए हेड पंप की व्यवस्था को उन्होंने प्राथमिकता बताया.


अधिकारियों को दिया बाढ़ का स्थाई हल निकालने का आदेश


सिंधिया ने बाढ़ समाप्त हो जाने के बाद आने वाली महामारी से ग्रामीणों को बचाने के लिए स्वास्थ्य अमले को अलर्ट रहकर ग्रामीणों की समुचित व्यवस्था करने की प्राथमिकता तय की. वहीं चौथे बिंदु के तहत उन्होंने कहा कि चंबल में बाढ़ का आना हर साल का नियम हो गया है, हमें इसका स्थाई हल खोजना होगा.


चंबल के निचले इलाकों के लोगों को ऊपरी इलाकों में बसाया जाए


उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चंबल किनारे बसे निचले इलाके के गांव के लोगों को ऊपर के इलाकों में बसाने की पहल करते हुए ग्रामीणों के लिए एक जगह चिन्हित करें और बताएं कि कौन-कौन ऊपरी इलाकों में बसना चाहता है. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों की पूरी मदद करेगी और इस तरह बाढ़ की समस्या से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा. गौरतलब है कि चम्बल नदी में आई बाढ़ से तीन जिले स्योपुर, मुरैना और भिंड के 150 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं.


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