MP Assembly Election 2023: देश की राजनीति में चिठ्ठियों का दौर चलना आम बात है. जब किसी नेता को कोई काम करवाना होता है तो चिठ्ठियां दौड़ा दी जाती हैं. इन चिठ्ठियों पर काम कितना हो पाता है ये अलग बात है. लेकिन यहां मध्य प्रदेश की राजनीति में एक चिठ्ठी चर्चा का विषय बन गई है. चिठ्ठी लिखने वाले मध्यप्रदेश के काबिना मंत्री हैं और जिसे लिखी गई वो सूबे के मुखिया यानी सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं.


दरअसल, मंत्री तुलसी सिलावट ने ये पत्र लिखा है जो किसानों के भुगतान को लेकर केंद्रित है. सिलावट वो मंत्री हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते हैं और इससे पहले कांग्रेस पार्टी में भी मंत्री रहे हैं. सांवेर विधानसभा से आने वाले मंत्री तुलसी सिलावट अपने क्षेत्र के किसानों को न्याय दिलवाने की गुहार लगा रहे हैं. यहां किसान कुछ व्यापारियों की ठगी का शिकार हुए थे. अब किसानों को उनकी उपज का भुगतान करवाना है सो मंत्री सिलावट ने कृषि मंत्री कमल पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर भुगतान की मांग की है. अब जब मामले में कोई हल नही निकला तो बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी सीएम शिवराज को चिठ्ठी लिखी है. 


क्या है पूरा मामला
चार साल पहले साल 2019 में सांवेर विधानसभा के 186 किसानों ने इंदौर के किसी खंडेलवाल नाम की पांच फर्माें को गेहूं बेचा था. व्यापारी गेहूं खरीदकर चुपचाप बैठ गए. भरोसा देते रहे कि किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन बाद में व्यापारियों की नीयत में खोट आया और उन्होनें भुगतान रोक लिया. मामले में किसानों ने परेशान होकर मंडी समिति और स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत की. शिकायत के बाद भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई. इधर कोरोना ने देश में एंट्री कर ली. कोरोना जाने के बाद फिर मामला उठा और पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. लेकिन व्यापारी तबतक फरार हो चुके थे. इसके बाद से अबतक पुलिस फरार व्यापारियों को खोज नही सकी है. इधर पीडित किसानों को उनकी उपज का पैसा अबतक नही मिल सका है.


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