Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव सरकार एक साल का कार्यकाल पूरा होने का जश्न मना रही है. वहीं दूसरी तरफ मंगलवार (10 दिसंबर) को कैबिनेट की बैठक सीनियर मंत्री प्रह्लाद पटेल और कैलाश विजयवर्गी की कमी चर्चा का विषय बनी रही. इससे पहले हुई बैठक में दोनों सीनियर मंत्रियों ने कैबिनेट के सड़क बनाने के फैसले की मंजूरी को लेकर अपना विरोध दर्ज कर दिया था. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या मध्य प्रदेश में सब कुछ ठीक चल रहा है या नहीं?
मंगलवार (10 दिसंबर) को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में कैलाश विजयवर्गीय और प्रह्लाद पटेल दिखाई नहीं दिए. उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले हुई कैबिनेट की बैठक में सिंहस्थ के लिए उज्जैन की सड़क की कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए डॉक्टर मोहन यादव मंत्रिमंडल 100 किलोमीटर लंबी 3 सड़कों को प्रशासकीय मंजरी दी थी.
इन दो मंत्रियों ने किया था विरोध
इसके लिए 2312 करोड़ रूपए के बजट पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद पटेल ने विरोध किया था. दोनों मंत्रियों ने कहा था की सिंहस्थ के लिए बनाई जाने वाली सड़कों का मद सिंहस्थ के फंड से लिए जाना चाहिए. इस आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हस्तक्षेप करते हुए कहा था कि सिंहस्थ का फंड सिर्फ 500 करोड़ है. ऐसी स्थिति में प्रह्लाद पटेल ने भी अपना विरोध दर्ज कराया था. इसके बाद मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में दोनों ही मंत्री दिखाई नहीं दिए. इसे लेकर मंत्रियों के बीच भी चर्चा होती रही.
दिल्ली में हुई पटेल से सीएम की मुलाकात
मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के दौरान उनकी प्रह्लाद पटेल से भी मुलाकात हुई. खुद इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है. पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से दिल्ली में मुलाकात हुई और मध्य प्रदेश के विकास के मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने बालाघाट एवं प्रभार वाले जिले भिंड और रीवा के संबंध में चर्चा होने की भी बात कही है. संभवत प्रह्लाद पटेल के दिल्ली में होने की वजह से वे कैबिनेट की मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए.
कैलाश विजयवर्गीय का गुना दौरा
डॉ मोहन यादव सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया के माध्यम से तस्वीर शेयर करते हुए बताया कि वे गुना जिले के विजयपुर में थे, जहां पर कार्यक्रम हिस्सा लिया. हालांकि उनके अनुपस्थित भी नाराजगी से जोड़कर देखी जा रही है.
एमपी विकास समन्वय की निशानी- बीजेपी
दोनों सीनियर मंत्री के कैबिनेट बैठक में नहीं पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से सफाई दी गई है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया के मुताबिक बीजेपी किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है. मध्य प्रदेश सरकार के सभी मंत्री एकजुट होकर प्रदेश का विकास कर रहे हैं. एक साल का कार्यकाल स्वर्णिम रहा है. सरकार आगे भी विकास के लिए काम करने जा रही है. कैबिनेट की बैठक में व्यस्तता की वजह से कई बार मंत्री नहीं पहुंच पाते हैं. इसे नाराजगी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें
MP: 16 दिसंबर को कांग्रेस का विधानसभा घेराव, भोपाल पुलिस कमिश्नर ने जारी किया ये आदेश