MP News: राजधानी भोपाल में देश की टुकड़े-टुकड़े गैंग (Tukde Tukde Gang) का असर दिखने लगा है. यह गैंग अब भोपाल (Bhopal) में अपना प्रभाव बढ़ाता जा रहा है. यह बात बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने राजधानी भोपाल में आयोजित नवदुर्गा, गणेशोत्सव और रावण दहन समिति के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही.
धार्मिक आयोजनों का बड़े स्तर पर होना जरुरी
विजयवर्गीय ने कहा कि राजधानी भोपाल में धार्मिक आयोजनों का बड़े स्तर पर होना जरुरी है. साथ ही समितियों का उत्साह वर्धन करना भी जरुरी है. उन्होंने कहा कि अब भोपाल में देश के टुकड़े-टुकड़े वाली गैंग का असर भी दिखने लगा है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पुराने भोपाल के हालात देखता हूं तो मुझे बहुत गुस्सा आता है. मैं जब भोपाल में युवा मोर्चा में काम करता था तो हमारा कार्यालय भोपाल में था. भवानी चौक कर्फ्यू माता मंदिर पर हमने चक्काजाम किया था, पुलिस आई और लाठीचार्ज हो गया.
हम जान बचाने के लिए यहां वहां भाग तो पुराने भोपाल की बस्तियों से हम पर पत्थर बरसाए गए थे. वह बस्ती कौन सी थी सभी जानते हैं मुझे बहुत गुस्सा आया तब से मैंने ठाना है कि इन लोगों को तो सबक सिखना बहुत जरुरी है. यह काम केवल जय श्री राम बोलने से नहीं होगा. बल्कि मैं वंदेमातरम नहीं बोलूंगा ऐसे लोगों को यहां से हराना होगा.
हिन्दुओं को मूर्ख-मुसलमानों को गुलाम समझता है वो
कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह भी जमकर बरसे. ध्रुवनारायण सिंह ने विधायक आरिफ मसूद का नाम लिए बगैर ही उन पर जमकर हमला बोला. ध्रुवनारायण सिंह ने कहा कि वो हिन्दुओं को मूर्ख और मुसलमानों को अपना गुलाम समझता है. यहां 1100 क्वार्टर पर हनुमान जी के मंदिर पर आरती करता है. वो सोचता है कि मुसलमान तो उसके गुलाम है.
मेरे अलावा कहीं नहीं जा सकते. ध्रुवनारायण सिंह ने कहा कि जब वो एमपी नगर क्रॉस करता है तो कट्टर बन जाता है. वो कहता है मैं वंदे मातरम और भारत माता की जय नहीं बोलूंगा. तू तो नामुराद है, तुझसे किसने कहा कि वंदे मातरम और भारत माता की जय बोल. तुझ जैसे नामुराद भारत माता की जय बोलने भी नहीं चाहिए.
टांग खींचने की प्रवृत्ति से बचना है
इधर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राजधानी भोपाल के बीजेपी नेताओं को सीख दी. विजयवर्गीय ने कहा कि भोपाल में हमें टांग खींचने वाली प्रवृत्ति से बचना होगा यह अच्छे संकेत नहीं है. हमें मजबूती के साथ डटना पड़ेगा. हमारे प्रधानमंत्री संपूर्ण देश में भारत का डंका बजा रहे हैं. मोदी जी आस्था के केन्द्रों का विकास कर हमारा आत्मविश्वास मजबूत कर रहे हैं. हमारे पास धर्म ग्रंथ हैं ये साधु संतों के तप की भूमि है.