MP News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बिजली कटौती को लेकर शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में दिन-प्रतिदिन बिजली का संकट गहराता जा रहा है. ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भयावह होती जा रही है.  ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरों में भी बिजली कटौती जारी है.


'प्रदेश में कई-कई घंटे बिजली ग़ायब है'


पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि,"प्रदेश में कई-कई घंटे बिजली ग़ायब है, जिससे भीषण गर्मी के इस दौर में जनता परेशान हो रही है. पानी का भी संकट गहराता जा रहा है. प्रदेश में कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है लेकिन सरकार सच्चाई स्वीकारने को तैयार नहीं है." कमलनाथ ने आरोप लगाया की सरकार द्वारा अभी भी झूठे आंकड़े पेश कर बिजली संकट,जल संकट और कोयले के संकट को नकारा जा रहा है. सरकार इस दिशा में तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाकर जनता को राहत प्रदान करे. प्रदेश की जनता को कोयला संकट,बिजली की माँग व आपूर्ति एवं जलसंकट पर वास्तविकता व सच्चाई बताये.


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बिजली उत्पादन क्षमता 5400 मेगावाट प्रतिदिन


यहां बता दे कि मंगलवार को मिले आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में वर्तमान में सभी चार थर्मल पावर स्टेशन की बिजली उत्पादन क्षमता 5400 मेगावाट प्रतिदिन की है. फिलहाल इनके पास कोयला का स्टॉक 2 लाख 86 हजार 300 मीट्रिक टन का है.प्रतिदिन की कोयला की खपत 80 हजार मीट्रिक टन की है. इस हिसाब से सिर्फ साढ़े 3 दिन का कोयला थर्मल पावर स्टेशन के पास बचा है.यह केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा तय मानक का सिर्फ 14% है जबकि आल इंडिया लेवल पर यह 33 प्रतिशत है.


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