MP Local Body Election 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नगरीय निकाय (Nagriya Nikay) और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Panchayat Election) चल रहे हैं, इसे लेकर राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए मैदान में उतर चुके हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Cm Shivraj Singh Chouhan) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (MP Congress President) कमलनाथ (Kamal Nath) दोनों ही अपने-अपने उम्मीदवारों को लेकर स्टार प्रचारक (Star Campaigners) की भूमिका में हैं. दोनों प्रत्याशियों को जिताने के लिए जोर-शोर से प्रचार प्रसार कर रहे हैं.
कमलनाथ ने नगर निकाय चुनाव (Nagariya Nikay Chunav) को लेकर प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि 15 महीने में फिर से उनकी सरकार बनने जा रही है. पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने प्रशासन से कहा, ''आप ध्यान रखें, नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराएं.'' कमलनाथ के इस बयान के बाद से प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है क्योंकि पू्र्व सीएम जहां-जहां चुनावी सभा में जाते है, यह बयान मंच से जरूर देते हैं.
अब कमलनाथ ने सागर से साधा निशाना
सागर में कमलनाथ रविवार को कांग्रेस (Congress) की महापौर प्रत्याशी (Mayor Candidate) निधि जैन (Nidhi Jain) और पार्टी के पार्षद उम्मीदवारों (Councilor Candidates) के पक्ष में रोड शो (Road Show) करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते कहा कि बीजेपी (BJP) के पास अब पैसा, प्रशासन (Administration) और पुलिस (Police) के सिवा कुछ नहीं बचा है. कमलनाथ ने निर्वाचन आयोग (Election Commission) की विश्वसनीयता (Reliability) पर भी इशारों-इशारों में निशाना साधा.
यह भी पढ़ें- MP Panchayat Election: दतिया में मतदान पेटी लूट कर बदमाशों ने डाला पानी, वीडियो वायरल होने पर प्रशासन पर उठे सवाल
चुनाव में गड़बड़ी के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी सतर्क है. जब कमलनाथ से महाराष्ट्र संकट (Maharashtra Political Crisis) पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक बिकाऊ नहीं हैं. कमलनाथ ने दावा किया कि 16 महीनों बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उन्होंने सागर (Sagar) की दुर्दशा पर भी पत्रकारों से चर्चा की.
यह भी पढ़ें- MP Corona News: पंचायत चुनाव के बीच तेजी से बढ़ा कोरोना का ग्राफ, इस जिले में मिले सबसे ज्यादा मरीज