Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश पुलिस के लिए इन दिनों करणी सेना परेशानी का सबब बन गई है. प्रदेश में बीजेपी सरकार द्वारा विकास पर्व मनाया जा रहा है, जो कि 28 दिनों का है. 16 जुलाई से शुरू हुआ यह पर्व 14 अगस्त तक जारी रहेगी. इस दौरान विकास यात्राएं भी निकाली जा रही हैं. प्रतिदिन मुख्य आयोजनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल रहे हैं, लेकिन इन आयोजनों के दौरान करणी सेना के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को काले झंडे दिखाने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक नागदा और सीहोर जिले के आष्टा में सीएम चौहान को काले झंडे दिखाने के प्रयास किए गए. 


दरअसल, चुनावी साल में मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा 28 दिवसीय विकास पर्व मनाया जा रहा है, इस दौरान विकास यात्रा निकाली जा रही है. विकास यात्रा की शुरुआत 16 जुलाई को हुई थी, जो 14 अगस्त तक जारी रहेगी. विकास यात्रा के आयोजन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं शामिल हो रहे हैं. इस दौरान विकास कार्यों के भूमिपूजन सहित लोकार्पण किए जा रहे हैं. यात्रा को अब तक पांच दिन पूरे हो चुके हैं. इन पांच दिनों में प्रदेश भर में 9 हजार करोड़ से ज्यादा के भूमिपूजन व लोकार्पर्ण किए गए हैं. 


नागदा में भी काले झंडे दिखाने का प्रयास
दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विकास यात्रा के लिए नागदा गए थे. नागदा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का रोड शो हो रहा था. इस दौरान करणी सेना के सदस्यों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को काले झंडे दिखाने का प्रयास किया. करणी सेना के सदस्यों की पुलिस से झड़प भी हुई थी. 


गृह जिले सीहोर में भी प्रयास
वहीं सात दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गृह जिले सीहोर के आष्टा में आयोजन था. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का रोड शो हो रहा था. इस दौरान भी करणी सेना के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने के प्रयास किए. करणी सेना के सदस्यों ने शिवराज सिंह वापस जाओ के नारे भी लगाए थे. करणी सेना के प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस प्रशासन ने करणी सेना के सदस्यों को गिरफ्तार कर सीहोर के मंडी थाना भेज दिया था. 


करणी सेना की 21 सूत्रीय मांग
करणी सेना के सदस्यों के अनुसार 8 जनवरी 2023 को राजधानी भोपाल में करणी सेना ने प्रदर्शन किया था. 21 सूत्री मांगों के प्रदर्शन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्री अरविंद भदौरिया और नरोत्तम मिश्रा की कमेटी चर्चा के लिए बनाई थी. इस दौरान मांगों को पूरा करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था, लेकिन 6 महीने से ज्यादा समय बीत गया है, अब तक मांगें पूरी नहीं हो सकी हैं. इसलिए करणी सेना के सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.


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