Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) जिले में एक डेंटल क्लीनिक (Dental Clinic) को चलाने की अनुमति देने के लिए विकासखंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) ने कथित तौर पर रिश्वत मांगी. लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत मिलने पर आरोपी को पकड़ लिया. आरोप है कि बीएमओ ने दातों के डॉक्टर के कर्मचारी से 4 हजार रुपये की घूस ली थी. आरोपी विकासखंड चिकित्सा अधिकारी को बुधवार को रंगे हाथों पकड़ा गया.
लोकायुक्त पुलिस के निरीक्षक विजय चौधरी ने बताया कि झिरन्या के बीएमओ डॉ. दीपक जायसवाल को उस वक्त जाल बिछाकर पकड़ा गया, जब वह दांतों के एक स्थानीय डॉक्टर के कर्मचारी अंकित बिरला से कथित घूस के रूप में 4 हजार रुपये ले रहे थे. अधिकारी ने बताया कि बीएमओ ने आभापुरी गांव में दांतों के डॉक्टर को उसका क्लीनिक चलाने की अनुमति के बदले कथित तौर पर घूस मांगी थी. इस मांग से तंग आकर डॉक्टर ने लोकायुक्त पुलिस को इसकी शिकायत की थी.
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पुलिस निरीक्षक ने बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में बीएमओ के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपी को जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर छोड़ दिया गया.
बता दें कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन का अभियान जारी है. मंगलवार को इंदौर नगर निगम के उपायुक्त के निजी सहायक और नगर निगम में दरोगा पद पर तैनात अधिकारी के ठिकानों पर आर्थिक अपराध शाखा ने छापेमारी की थी. इसमें अधिकारी के यहां करोड़ों रुपये के प्रॉपर्टी के कागजात और सोने-चांदी के गहने बरामद हुए. पुलिस ने एक ठेकेदार की शिकायत पर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की थी.