Ujjain News: लोकायुक्त पुलिस खोल रही है पुलिस में भ्रष्टाचार की पोल, उज्जैन में साइबर सेल का आरक्षक रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
MP News : उन्जैन में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर सेल के एक आरक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. होटल व्यवसायी को झूठे मुकदमें में फंसाने की दी थी धमकी.
Ujjain Crime News: देशभक्ति और जन सेवा के स्लोगन पर काम करने वाली मध्य प्रदेश पुलिस (MP Police) का भ्रष्टाचार (Corruption) रोकने के लिए कई हाईटेक इंतजाम भी किए, लेकिन सारे इंतजाम फेल नजर आ रहे हैं. लोकायुक्त पुलिस ही पुलिस विभाग में फैले हुए भ्रष्टाचार की एक के बाद एक पोल खोल रही है. उज्जैन में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. साइबर सेल में पदस्थ पुलिसकर्मी ने झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत लेने की कोशिश की में लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
लोकायुक्त पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि विगत माह आगर में निरीक्षक मुन्नी परिहार को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इंस्पेक्टर मुन्नी परिहार भी झूठे अपराध में फंसाने की धमकी देकर रुपयों की मांग कर रही थी. इसी तरह एक मामला उज्जैन में भी सामने आया है. साइबर सेल में पदस्थ पुलिसकर्मी प्रवीण सिंह चौहान को 10 हजार रुपये की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि देवांश अस्थाना नामक होटल व्यवसायी से प्रवीण से ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. बताया जाता है कि डेढ़ साल पहले प्रवीण सिंह ने पुलिस टीम के साथ देवांश को जुआ खेलते पकड़ा था. इसके बाद से ही वह लगातार वसूली कर रहा था. पुलिसकर्मी की वसूली से परेशान होकर देवांश ने लोकायुक्त एसपी से शिकायत कर दी. लोकायुक्त पुलिस ने शास्त्रीनगर इलाके से प्रवीण सिंह चौहान को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिसकर्मी ने भागने की कोशिश भी की लेकिन वह पकड़ा गया. फरियादी के मुताबिक झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पुलिस कर्मी द्वारा 50 हजार रुपये की मांग की जा रही थी.
भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाए गए थे हाईटेक कदम
पुलिस का भ्रष्टाचार रोकने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने कई हाईटेक कदम भी उठाए है. कुछ महीनों पहले मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एक एप्लीकेशन भी लॉन्च की थी. जिसमें थाने आने वाले लोगों से फीडबैक लेकर उनकी समस्याओं को ऑनलाइन दर्ज किया जा रहा है.
उज्जैन के एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने भी पूर्व में उज्जैन के 4 पुलिस थानों में इस एप्लीकेशन को लागू किया था. इसके अलावा हाल ही में यातायात पुलिस के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए ई-चालान मशीन भी पुलिस कर्मियों को थमाई गई है. पुलिस विभाग के आला अधिकारियों और सरकार द्वारा भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाए जा रहे हाईटेक कदम को भी पुलिसकर्मी पलीता लगा रहे हैं.
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