Disproportionate Assets Case: अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले महापौर से लेकर पुलिस अफसर, इंजीनियर के खिलाफ रीवा लोकायुक्त ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. 8 धनकुबेरों के खिलाफ लोकायुक्त ने एफआईआर दर्ज की है. लोकायुक्त की रडार में सिंगरौली जिले के तीन धनकुबेर भी शामिल हैं. आंगनबाड़ी से महापौर तक का सफर तय करने वाली प्रेमवती खैरवार ने 5 वर्ष के कार्यकाल में करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली. नगर निगम में कई वर्षों से पदस्थ रहे एसडीओ ने भी करोड़ों का धन अर्जित किया है. 8 धनकुबेरों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लोकायुक्त ने एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.
लोकायुक्त रीवा ने कसा शिकंजा
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि कार्यालय रीवा में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज हुआ है. मामला दर्ज कर अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ तफ्तीश शुरू कर दी गई है. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लोकायुक्त ने पूर्व मेयर, नगर निगम के उपयंत्री सहित 8 सरकारी अफसरों पर एफआईआर दर्ज की है.
इन अधिकारियों पर मामला दर्ज
- अशोक कुमार गुप्ता, सचिव ग्राम पंचायत उज्जैनी, जनपद पंचायत देवसर, जिला सिंगरौली
- प्रेमवती खैरवार, तत्कालीन महापौर, नगर पालिक निगम सिंगरौली
- नरेश सिंह चौहान, आरक्षक, कोतवाली जिला सीधी, हाल में सहायक उपनिरीक्षक, मऊगंज जिला रीवा
- राकेश कुमार जैन, सहायक इंजीनियर, नगर पालिक निगम सिंगरौली
- मोतीलाल कुशवाहा, प्रबंधक क्षेत्रीय शाखा मड़वास जिला सहकारी बैंक मर्यादित, जिला सीधी
- मोहित तिवारी, ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत खोचीपुर विकासखंड सिहावल, जिला सीधी
- रामखेलावन शुक्ला, तत्कालीन उप पुलिस अधीक्षक, सीआईडी भोपाल, हाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, संभाग जबलपुर
- श्रीनाथ सिंह बघेल, तत्कालीन उप पुलिस अधीक्षक, हरिजन कल्याण जिला सतना, हाल में सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी