Ujjain News: महंगाई की मार से निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार बेहद परेशान है लेकिन शराब की दुकानों पर लंबी कतार लगी देखकर लोग हैरान हो गए. उज्जैन में सुरा प्रेमियों ने सड़क तक जाम कर दी. यह नाजरा ठेका बदलने के कारण दिखाई दिया. 1 अप्रैल से कई वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं. इसे लेकर 31 मार्च को ही लोग चिंता में डूबे हुए नजर आए लेकिन जब उज्जैन जिले की शराब की दुकानों पर नजर दौड़ाई गई तो नजारा देखकर लोग दंग रह गए.
उज्जैन के कोयला फाटक इलाके में स्थित शराब की दुकान पर इतनी भीड़ उमड़ी कि मानो मुफ्त में शराब मिल रही हो. उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को शराब ठेके का अंतिम दिन रहता है. इस दिन शराब ठेकेदार अपना पुराना स्टॉक बेचकर 1 अप्रैल से नए सिरे से दुकान संचालित करता है, इसीलिए शराब के बचे हुए स्टॉक को औने-पौने दामों में बेच दिया जाता है. जब शराब की कीमतों में कमी की गई तो यहां लोगों की भीड़ बढ गई. सुरा प्रेमियों में अधिक शराब खरीदने की होड़ मच गई. इसी के चलते मुख्य मार्ग पर जाम लग गया.
एक पत्थर से गरमाई थी राजनीति
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल में शराब की दुकान पर पत्थर फेंक कर प्रदेश भर में मदिरा की दुकानें बंद करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाया था. इससे राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई थी. यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि शराब पर प्रतिबंध को लेकर सरकार कोई ठोस कदम भी उठा सकती है लेकिन इसके ठीक विपरीत शराब के दामों में 1 अप्रैल से कमी आई है.
31 मार्च का रहता है इंतजार
शराब की दुकान पर मदिरा खरीदने आए राजेश ने बताया कि उन्हें साल भर तक 31 मार्च का इंतजार रहता है. इस दिन सूरा प्रेमी सस्ती दरों पर काफी मात्रा में शराब की खरीदी करते हैं. एक अन्य प्रभुलाल के मुताबिक जिन दुकानों पर शराब खत्म हो जाती है उन्हें बंद कर दिया जाता है जबकि जिस दुकान पर स्टॉक रहता है वहां पर ऐसी ही भीड़ लगती है.
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